मुसीबत व आपदा में मददगार बने, अनदेखा न करें ?

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सुरभि न्यूज़़़़,कुल्लू  (  नरेन्द्र भारती )
मुसीबत व आपदा में फंसे लोगोें की निस्वार्थ भाव से सहायता करें यह
दुनिया का सबसे बड़ा पुण्य है।मुसीबत में लोगों को सहायता न मिलने से
सांसे टूट जाती है। कहते है कि मुसीबतें अचानक कहर बरपाती है। मुसीबत में
मददगार बने अनदेखा न करें। मगर कुछ लोग अनदेखा करते है कि हम कानूनी
झमेले में फंस जाएंगें।बिना समय गंवाएं एंम्बूलैस को फोन कर दे।पुलिस से
सहायता मांगे।वर्तमान समाज में संवेदनहीन लोग सोशल मीडिया पर सड़क हादसों
में तडफते व सहायता मांगने वाले किसी घायल को बचाने के बजाए उसकी वीडियों
बनाकर सोशल मीडिया व व्हाटसएप पर डालते है।प्रतिदिन दर्दनाक हादसे हो रहे
है।पल भर मे ही वीडियों बन जाता है।प्रशासन को चाहिए कि ऐसे लोगों के
खिलाफ कारवाई की जाए जो ऐसे अपराध कर रहे है।अगर ऐसे लोगों पर शिकंजा कसा
जाए तो और लोग खुद ही सुधर जाएंगे।समझ नहीं आता कि लोग पता नहीं खुद को
क्या समझते है।अगर दुघर््ाटना में उनका अपना तड़फ-तड़फ कर मर रहा होगा तब
भी ऐसे लोग वीडियों बनाकर सोशल मीडिया में डालेगें।खून से लथपथ घायलों
मृतकों के फोटो डालने वालो पर कारवाई की जानी चाहिए। यह प्रलय की आहट
हैैं।समय≤ पर ऐसे मामले घटित हो रहे है कि आत्मा सिहर उठती है।अरे
दुर्घटना में घायल लोगों की सहायता करो पुलिस व एम्बूलैंस को सूचित
करो।मगर यह लोग तो सबसे पहले वीडियों बनाने में अपनी बहादुरी समझते
है।दिल्ली में पिछले दिनों एक ऐसा ही मामला घटित हुआ था कि सड़क हादसे में
घायल युवक मदद के लिए चिल्लाते रहे मगर लोग वीडियों बनाते रहे।ऐसे
सवेंदनहीन लोगों को तब एहसास होगा जब उनके अपनों का ऐसा वीडियों
देखेगें।बरसात के समय कुछ लोग पहाडियों के गिरने का वीडियों बनाते रहे जब
एकदम उपर से पहाडी का मलवा गिरा तो बाल-बाल बच गए।एक बार एक घायल को
अस्पताल से लाया गया तो रास्ता न हाने के कारण उसे सड़क के पास ही उतार
दिया उसे घर ले जाने के लिए स्टरेचर पर ले जाया जा रहा था दो आदमी उसे ले
जा रहे थे तभी दो राहे पर एक आदमी मिल गया जो उनका रिश्तेदार था उसने हाथ
तक नहीं लगाया और चुपचाप खिसक गया उन दोनों ने बड़ी मुश्किल से उस घायल को
घर पंहुचाया था। अक्सर देखा गया है कि अगर दो लोग लड़ाई कर रहे है तो
तीसरा वीडियों बना रहा है और एकदम वायरल कर रहा है।ऐसे लोगों के खिलाफ
मानहानी का मुकदमा करना चाहिए जो ऐसे घिनौने कार्याे को अंजाम दे रहे
है।समाज को ऐसे मामलो पर मंथन करना होगा ताकि भविष्य में ऐसे मामले रुक
सकें। इस पर आत्ममंथन करना होगा । हर भारतीय को सवेदनशीलता के लिए तैयार
करना होगा । सवेदनहीन व्यवस्था को सुधारना होगा । ताकि फिर कोई गरीब इलाज
न मिलने के कारण बेमौत न मारे जा सके ।समाज के बु़िद्धजीवी लोगों को इन
बढ़ रही संवेदनहीनता की घटनाओं पर एकजुट होकर इस पर मंथन करना होगा तभी इस
पर रोक लग सकती है। इस घटना से सबक लेना चाहिए कि कल को ऐसा हादसा उनके
साथ हो जाए तब क्या होगा। आज पता नहीं इंसान को क्या हो गया है कि अपनों
के सिवाए उसे कोई नहीं सूझता कि किसी की सहायता करना कितना पुण्य का काम
है मगर जब संवेदनाएं शून्य हो चुकी हो तो ऐसे मामले घटित होते है। ऐसे
हादसों की पुनरावृति को रोकना होगा ताकि विश्व गुरु की साख को फिर कभी
ऐसा बटटा न लग सके ।ताकि और सवेदनहीन लोगों केा सबक मिल सके।वीडियों
बनाने में इतने माहिर बनते है कि कोई शूटिंग चल रही हो।तडफ रहे घायल की
वीडियों बनाने वालों पर शिंकजा कसना होगा।प्रशासन को ऐसे लोगों पर कारवाई
करनी चाहिए जो घटनास्थल पर वीडियों बनाते है। घायलों की सहायता करनी
चाहिए ताकि जीवन बच सके मानव जीवन दुर्लभ होता है। इंसानियत को जिदां
रखना होगा । ताकि समाज में घटित इन हादसों पर विराम लग सके । इस घटनाओं
से सबक लेना होगा और इंसानियत का ऐसा जनाजा नहीं निकलेगा ।इंसानियत व
मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है।मानवीय दृष्टिकोण को अपनाना होगा। समाज में
सुधार की गुंजाइस है। अगर समाज में इंसानियत जिन्दा रहेगी तो फिर कभी ऐसे
दर्दनाक प्रकरण नहीं होगें ।मानव जीवन एक ही बार मिलता है।समाज में एकता
होगी तो सब सुखी रहेगें।सदा किसी की नहीं चलती।राता को रंक बनने में देर
नहीं लगती।सवेंदनहीता का त्याग करके संवेदनशील बनों।।हर आदमी के सुख दुख
में शामिल होगें तो नरक बन चुका समाज स्वर्ग बन जाएगा।