निजी स्कूलों में अभिभाविकों से वरावर बसूली की मनमर्ज़ी पर अंकुश लगाय सरकार- देवेंद्र नेगी

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कुलभूषण अवस्थी, पतलीकुहल। प्रदेश कांग्रेस सचिव देवेंद्र नेगी ने जारी प्रैस विज्ञप्ति में कहा कि सरकार के दिशानिर्देशों के उपरांत भी निजी स्कूलों में अभिभाविकों से वरावर बसूली के मामले प्रदेश में सामने आ रहे हैं, जो चिंता का विषय है। सरकार ने सख्त निर्देश जारी किए हैं कि गत वर्ष लाकडाउन एवं इस वर्ष करोना संकट में स्कूलों को वंद किय जाने के दौरान केवल टयुशन फीस ली जाय एनुयल फीस में अभिभावकों को राहत दी जानी चाहिए, लेकिन यह सरकारी आदेश निजी स्कूलों की मनमानी के चलते बोने सावित हो रहे हैं। करोना के चलते जहां लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है कामकाज लगभग बंद है, लोग वे रोज़गार हो रहें, बढ़ती मंहगाई ने आम लोगों जीना हराम कर दिया है, उसपर निजी स्कूलों की फीस बसूली से अविभावकों की चिंता के साथ वच्चों के भविषय पर भी प्रश्नचिन्ह लगा है, क्योंकि करोना संकट में भारी-भरकम फीस अदा करना आम आदमी के वस की बात नहीं रह गईं हैं, यही हाल रहा तो अभिभावकों को मजवूरन अपने होनहार टापर बच्चों को निजी स्कूलों से निकालने के लिए मजवूर होना पड़ सकता है। नेगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार को इस संकट की घड़ी में लाखों अभिभावकों की मांग पर कड़ा संज्ञान लेना चाहिए। अच्छे दिनो में तो लोगों ने जैसे तैसे इनकी मनमानी को झेला। मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह संम्वधित श्रेत्र के जिलाधिकारीओं को मामले में व्यक्तिगत तौर पर कड़ा संज्ञान लेते हुए इस पर उचित कार्रवाई कर इस विकट समस्या का समाधान करें। नेगी ने कहा वह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर से भी आग्रह करेंगे कि वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सम्मुख जनहित में इस गम्भीर मुद्दे को लेकर इसका समाधान करने की कोशिश करें, ताकि प्रदेश के अभिभावकों को संकट की घड़ी में कुछ राहत मिल सके।