प्राचीन विधा योग व्यक्ति को आरोग्य बनाता है, सभी अपनाएं अपनी जीवन में-डॉ.राजीव सैजल

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कुल्लू 22 मई। योग हमारे देश की प्राचीन विधा है जो भारत को ऋषियों मुनियों द्वारा प्रदान की गई अदभुत कला है। व्यक्ति को आरोग्य बनाने में योग की बहुत बड़ी भूमिका है। सभी व्यक्तिओं को अपने नित्य प्रति जीवन में योग को अपनाना चाहिए। अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए कुछ समय हर रोज योग के लिए निकालना चाहिए। यह बात स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व आयुर्वेद मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने शनिवार को आयुष आपके घर द्वार कार्यक्रम कुल्लू में होम आइसोलेशन में कोविड मरीजों तथा आयुष विभाग के चिकित्सकों, आर्ट ऑफ लीविंग व सेवा भारती संस्थान के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कही। इससे पूर्व डॉ. सैजल कार्यक्रम के तहत योग से भी जुड़े। डॉ. सैजल ने कहा कि कुल्लू जिला में लगभग 900 कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में हैं। आयुष घर द्वार कार्यक्रम से सभी को जोड़ने का विभाग प्रयास कर रहा है। बीमारी से जल्द बाहर निकलने के लिए इन मरीजों के लिए विशेष तौर पर विभाग ने प्राणायाम और अनेक अन्य आसनों का प्रोटोकोल आर्ट आफ लीविंग संस्था के सहयोग से तैयार किया है। प्राणायाम से मरीजों के आक्सीजन स्तर में सुधार हो रहा है। सबसे बड़ी बात कि आइसोलेशन के मरीजों का मनोबल बढ़ाने तथा उन्हें मानसिक तौर पर मजबूत बनाने में योग बहुत महत्वपूर्ण है। मरीजों का सीधे चिकित्सकों के साथ संवाद हो रहा है और आपस में भी संवाद स्थापित हो रहा है। इससे उन्हें अकेलापन कतई महसूस नहीं होता है। आयुर्वेद मंत्री ने इस दौरान आइसोलेशन मरीजों के साथ बातचीत की। उन्होंने मरीजों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की और कहा कि आप जल्द बीमारी से बाहर आएं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रत्येक व्यक्ति के साथ है जो कोविड-19 से प्रभावित है। उन्होंने आइसोलेशन में मरीजों से आग्रह किया कि वे स्वास्थ्य विभाग और आयुर्वेद विभाग के दवाईयों के प्रोटोकोल का पालन करें। किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर 104 व 1077 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा आशा वर्कर्ज के माध्यम से भी अपनी समस्या को बता सकते हैं। चिकित्सक भी लगातार रोगियोें के संपर्क में रहते हैं आप उनसे परामर्श ले सकते हैं। डॉ. सैजल ने आर्ट ऑफ लीविंग के जनक श्रीश्री रविशंकर को नमन करते हुए कहा कि वह देश दुनिया में योग जैसी प्राचीन भारतीय विधा का व्यापक प्रचार प्रसार कर रहे हैं। देश के लिये यह गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आर्ट आफ लीविंग के 700 से 800 प्रशिक्षक तैयार हो चुके हैं जो अपने अपने क्षेत्रों में लोगों को योग से जोड़ने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने संस्था के प्रतिनिधियों से योग का और अधिक प्रचार प्रसार करने को कहा। इसी बीच, आर्ट आफ लीविंग के प्रशिक्षक सुंदर सिंह ठाकुर ने मंत्री से वार्तालाप करते हुए कहा कि वह कुल्लू तथा लाहौल-स्पिति में पिछले 20 सालों से बहुत से लोगों को योग क्रियाएं सीखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि योग को सरकारी तौर पर संरक्षण और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। डॉ. नवदीप ने चंबा से मंत्री से वर्चुअली बात की। इसी प्रकार मीनाक्षी चौहान व ज्योति के अलावा होम आईसोलेशन में मनोज, नरपाल सिंह, गौरव, सुमन ने योग व प्राणायाम के फायदों के संबंध में अपने अनुभव सांझा किए। इससे पूर्व, जिला नोडल अधिकारी डॉ. मनीष सूद ने मंत्री तथा वर्चुअली जुडे़ सभी लोगों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आयुष घर द्वार कार्यक्रम के तहत जिला में 29 विभिन्न समूह बनाए गए हैं। 746 लोगों को अभी तक इससे जोड़ा जा चुका है। प्रत्येक समूह एक आयुर्वेद चिकित्सक की अध्यक्षता में बनाया गया है। उन्होंने कहा कि श्वसन क्रियाओं के मरीजों को फायदे मिलने शुरू हो चुके हैं। ऑक्सीजन स्तर 90-91 से 93-94 तक पहुंच रहा है। जिला में सभी समूह तन्मयता के साथ अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन कर रहे हैं। आइसोलेशन के मरीजों का मनोबल बढ़े और वे जल्द स्वास्थ्य लाभ लें, इस प्रकार की काउंसलिग भी चिकित्सक कार्यक्रम के माध्यम से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. बिहारी लाल स्वयं कार्यक्रम की निगरानी कर रहे हैं और जिला में इसे सफल बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान योग व प्राणायाम क्रियाओं का संचालन मेहर सिंह ठाकुर ने किया।

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