कुल्लू में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर वर्चुअल माध्यम से परिसंवाद, जिला में नहीं है बाल श्रम के मामले-शालिनी वत्स

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कुल्लू, 12 जून। कोरोना संकट के चलते जिला में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस का आयोजन शनिवार को वर्चुअल माध्यम से किया गया। परिसंवाद में विभिन्न विभागों के अधिकारी और संस्थाओं के पदाधिकारी गुगल मीट के माध्यम से जुड़े। चाईल्ड हैल्पलाईन की अध्यक्ष शालिनी वत्स ने स्वागत किया और अपने संबोधन में कहा कि यह सुखद बात है कि जिला कुल्लू में बाल श्रम के मामले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते देश में बाल मजदूरी के मामले बढ़ने की आशंका उत्पन्न हुई है। अनेक बच्चों ने अपने अभिभावकों को बीमारी के कारण खोया है। उन्होंने कहा कि बाल श्रम समाज में सामाजिक असमानता और भेदभाव को बढ़ावा देता है। इससे बच्चों पर शारीरिक व मानसिक प्रभाव पड़ता है। शालिनी ने कहा कि जिला में 1098 चाईल्ड हेल्पलाईन सेवा उपलब्ध है और यह काफी कारगर सिद्ध हो रही है। यदा-कदा बाल मजदूरी का कोई मामला ध्यान में आता है तो अधिकांश इसी हेल्पलाईन के माध्यम से पता चलता है। उन्होंने कहा कि स्थानीय तौर पर कोई भी मामला इस प्रकार का नहीं है, लेकिन बाहरी प्रदेशों के छुट-पुट मामले ध्यान में आते हैं तो इसपर तुरंत से कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का ऐसे मामलों में कारवाई करने का संज्ञान लेने का बड़ा सहयोग रहता है। वर्चुअल माध्यम से इस दिवस पर आयोजित संवाद में जुड़ने वालों में बाल विकास विभाग, कल्याण विभाग, पुलिस, पर्यटन, रोजगार, उद्योग, स्वास्थ्य व खण्ड विकास अधिकारियों के अलावा कुल्लू व मण्डी के विभिन्न स्वंय सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, एचपीएमके चाईल्ड लाइन, एचएफटी चाईल्ड लाइन, चाईल्ड केयर के बच्चे, चद्र आभा मेमोरियल स्कूल फाॅर ब्लाईण्ड, एनएबी हिमाचल, दारूल फजल चाईल्ड केयर संस्था, डाईट व जिला चाईल्ड संरक्षण इकाई के पदाधिकारी शामिल हैं।

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