राजनीति का महान सूर्य राजा वीरभदर सिंह आज पंचतत्व में विलीन

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सुरभि न्यूज़ रामपुर। हिमाचल प्रदेश के राजनीति में अपनी अहम् भूमिका निभाने वाले राजा वीरभदर सिंह राजनीति का महान सूर्य आज पंचतत्व में विलीन हो गया। 23 जून 1934 को सराहन शिमला में राजा खानदानी परिवार राजा पदम सिंह के घर जन्मे राजा वीरभदर सिंह आठ बार विधायक, छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे और पांचवीं बार लोकसभा में बतौर सांसद रह चुके हैं। पिछले आधे दशक में वे कोई चुनाव नहीं हारे। अपने 47 वर्षों के राजनैतिक सफ़र के दौरान उन्होंने 13 चुनाव लड़े और सभी जीते। सिंह हिमाचल कांग्रेस के चार बार अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वरिष्ठता के क्रम और हिमाचल प्रदेश के अकेले सांसद होने के कारण 22 मई 2009 को मनमोहन सिंह के नेतृत्व में बनने वाली केंद्र सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। तब वह इस्पाल मंत्रालय बनाए गये थे। इससे पहले भी वीरभद्र सिंह 1976 से 1977 तक केंद्र में नागरिक उड्डयन तथा पर्यटन राज्यमंत्री और 1982 से 1983 तक केंद्र में उद्योग राज्यमंत्री रहे हैं। राजनीति में उन्होंने अहम् भूमिका निभाने के साथ सिंह ने विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक निकायों के साथ भागीदारी की है। वह संस्कृत साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष और सोवियत संघ के मित्र की हिमाचल प्रदेश शाखा के अध्यक्ष रहे हैं। प्रदेश के लोगों के दिलों में राज करने वाला राजा आज आखिर अपनी अनंत यात्रा पुरी करते हुये पंचतत्व में विलीन हो गया। प्रदेश की राजनीति में निडर, कर्मठ व गरीबों का मसीहा कहलाये जाने वाले राजनेता का एक सुनहरे युग अंत हो गया। पंचतत्व में विलीन करने से पहले रामपुर बुशैहर स्थित राजमहल में उनके पुत्र विक्रमादित्य सिंह का राजतिलक किया गया। वीरभद्र सिंह के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग समूचे प्रदेश से रामपुर पहुंचे। पूरे हिमाचल प्रदेश ने आज पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को अंतिम विदाई दी तथा श्रद्धासुमन अर्पित किए। तीन बजे के बाद रामपुर में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। इसके लिए रामपुर नगर परिषद द्वारा राजघराने के अंतिम धाम स्थल को तैयार किया गया था। हजारों लोगों की भीड़ वीरभद्र सिंह की शवयात्रा में शामिल हुई। वीरभद्र सिंह के अंतिम दर्शन के लिए शुक्रवार को शिमला में उनको श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा। वीरभद्र सिंह की पार्थिव देह को रामपुर ले जाते समय सड़क किनारे खड़े लोगों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वीरभद्र सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए लिए चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नामित किया। यह प्रतिनिधिमंडल शनिवार को रामपुर बुशहर पहुंचा। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से अंतिम संस्कार में भाग लिया व श्रद्धासुमन अर्पित किए। प्रतिनिधिमंडल में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पवन बंसल, आनंद शर्मा व राजीव शुक्ला शामिल हैं। शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के मंत्री टीएस सिंहदेव भी पहुंचे। रामपुर के पदम पैलेस में वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देने के बाद शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी। वीरभद्र सिंह की अंतिम यात्रा में प्रदेश के अन्य जिलों तथा रामपुर बुशैहर के हजारों लोगों ने वीरभद्र सिंह अमर रहे के नारों लगाकर नम आँखों से अंतिम विदाई दी।

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