सुरभि न्यूज़ चंबा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चंबा द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय के सभागार में विश्व हेपेटाइटिस दिवस 2021 का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जालम भारद्वाज ने की। कार्यक्रम में जीएनएम नर्सिंग स्कूल चंबा की लगभग 20 प्रशिक्षु छात्राओं ने भाग लिया। जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ हरित पूरी ने विश्व हेपेटाइटिस दिवस के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य हेपेटाइटिस (जॉन्डिस या पीलिया) नामक खतरनाक बीमारी तथा उसके जोखिम व बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करना है। इस अवसर पर एमडी मेडिसिन डॉक्टर संजय ने कहा कि भारत में लगभग 4 करोड लोग हेपेटाइटिस बीमारी से प्रभावित है। आमतौर पर हेपेटाइटिस पांच प्रकार के वायरस ए,बी,सी,डी और इ है। इसका अन्य कारण हेपेटाइटिस ऑटोइम्मुन बीमारियां ,दवाई का अनुचित प्रयोग व शराब के सेवन तथा विषाक्त पदार्थों की वजह से भी होता है। वायरल बजहों में हेपेटाइटिस ए ,बी और सी सबसे आम है। हेपेटाइटिस ए, डी और इ वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है और दूषित पानी व भोजन से फैलता है मतली, उल्टी, दस्त, हल्का बुखार तथा लिवर एरिया में दर्द कुछ ऐसे लक्षण है जिन पर ध्यान देना चाहिए, जबकि हेपेटाइटिस बी और सी वायरस संक्रमित खून, वीर्य और शरीर के अन्य तरल पदार्थों के संपर्क में आने से फैलता है। जन्म के समय भी संक्रमित मां से उसके बच्चे में हेपेटाइटिस वायरस के ट्रांसमिशन होने की संभावना होती है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर पीड़ित लोग हेपेटाइटिस संक्रमण से अनजान होते हैं इस प्रकार देर से पता चलने के कारण सही इलाज नहीं मिल पाता इसलिए लीवर संक्रमण के बढ़ने के साथ वायरस के बारे में जागरूकता पैदा करना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जालम भारद्वाज द्वारा प्रशिक्षु छात्राओं से इन बीमारियों से बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करने की अपील भी की। इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज चंबा के एमएस डॉ दविंदर तथा स्वास्थ्य शिक्षिका निर्मला ठाकुर भी उपस्थित रही।
2021-07-28