हिम प्राउड अवार्ड से नवाजे हिमाचली लोक गायक दोत राम पहाड़िया

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सुरभि न्यूज़ कुल्लू। सरकाघाट में पूर्व स्वतंत्रता दिवस अगस्त मास के शुरु में ही देव भूमि हिम कला मंच शिमला के सौजन्य से हिम प्राउड अवार्ड समारोह का आयोजन जिला मण्डी के सांस्कृतिक गतिबिधियों के केन्द्र सरकाघाट के होटल सैणी प्लाज़ा में किया गया। जिसमें पूरे हिमाचल प्रदेश के साथ देश की विभिन्न विधाओं फिल्म इंडस्ट्री, गायन, कलाकार, प्रशासनिक अधिकारी, समाज सेवी, नारी शक्ति, प्रिंट मीडिया और इलैक्ट्रोनिक से सम्बन्धित काम करने बाली विभूतियों को प्रतिश्ठित हिम प्राउड अवार्ड से नवाजा गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में बवीता ओवराय प्रसिद्व समाज सेविका ने विभूतियों को प्रतिष्ठित हिम प्राउड अवार्ड से नवाजा। देव भूमि हिम कला मंच शिमला के चेयरमैन देव ठाकुर तथा सभी सदस्यों ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। इनाम प्राप्त करने बालों में विशेष अतिथि के रुप में आमंत्रित आकाशवाणी, दूरदर्शन गायक और कलाकार, कवि, प्रवक्ता हिन्दी तथा हिमाचली लोक गायक दोत राम पहाड़िया को अपने गायन के क्षेत्र रेडियो, दूरदर्शन एवं हिमाचली लोकगायक के रुप में बेहतरीन योगदान तथा अध्यापन के क्षेत्र में किए बेहतरीन काम के लिए हिम प्राउड अवार्ड दिया गया। मंच पर आते ही तालियों और सीटियों से जोरदार स्वागत किया गया। दोत राम पहाड़िया ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियों से दर्शकों को नाचने के लिए मजबूर कर दिया। दोत राम पहाड़िया तीन दशक से अधिक समय से आकाशवाणी व दूरदर्शन से जुड़े हुए हैं। दोत राम पहाड़िया मनीकरण घाटी के गांव कझयारी पीणी कुल्लू निवासी हैं और सीसे स्कूल जरी में प्रवक्ता हिन्दी के पद पर कार्यरत हैं। दोत राम पहाड़िया को पूर्व में नेशनल अवार्ड तथा दर्जनों राज्य स्तरीय इनाम से नवाजा गया है। गिनिज़ बुक आफ बर्ल्ड रिकार्ड तथा लिमका बुक में कुल्लू में हुई महानाटी प्राइड ऑफ कुल्लू में गायन हेतू नाम दर्ज है। हिमाचली लोक गायक दोत राम पहाड़िया को 2021 में मिलने बाले इस तीसरे अवार्ड के साथ इनामों की गिनती में इज़ाफा भी हुआ। अध्यापन के लिए इस साल बैस्ट एक्सीलैंस टीचर अवार्ड साल 2020 में डायनामिक टीचर अवार्ड के साथ अनेक इनाम हासिल कर चुके हैं। यू टयूव में लगभग हर माह नया गीत आता हैं। इससे पहले गिनिज़ बुक आफ बर्ल्ड में लिम्का बुक में कुल्लू दशहरा में हुई महानाटी प्राइड आफ कुल्लू में पांच बार नाटियां गाने के कारण अपना नाम दर्ज़ करवा चुके हैं। पांच नेशनल अवार्ड हासिल कर चुके हैं। हाल ही में हिमतरु प्रतिष्ठित पत्रिका से राज्य स्तरीय इनाम दिया गया। एस एम एस निरसु द्वारा हिमाचल अचीवर अवार्ड में लाईफ टाईम अवार्ड दिया गया। बेटी है अनमोल के तहत हास्य फिल्म लालू भाई के गीत बेटी न तू मारै को राज्य स्तरीय इनाम प्राप्त हुआ है। पाठशाला में तीन साल बेहतर परीक्षा परिणाम के लिए मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश बीरभद्र सिंह से धर्मशाला में इनाम प्राप्त किया है। इनामात की बात करें तो अध्यापन हेतू अन्तर्राश्ट्रीय ब्रहम कुमारी की ओर से अध्यापक दिवस पर सम्मानित किया गया चूका है। आकाषवाणी, दूरदर्शन, सी0 डी0 और कैसटो में 500 से अधिक गीत गाने और लिखने का अनुभव प्राप्त है। साक्षरता कार्यक्रम में डी0 पी0 ई0 पी0 के तहत शुरू से ही काम किया। ज़िला और राज्य स्तर पर इनामात भी प्राप्त किए। स्वंय लिखित एवं निर्देषित हिमाचली हास्य फिल्म लालू भाई के कन्या भ्रुण हत्या पर बेटी है अनमोल गीत बेटी मीना पहाड़िया द्वारा गाया गीत न मारै मेरे बापूआ बेटी न तू मारै औज़ समझा आम्मा ज़ी पेटा न ना मारै गीत को राज्य स्तरीय इनाम से नबाज़ा गया है। दर्ज़नों आडियो कैसट में अर्पण, आंसू और फूल, हांईयै बिन्दी एै, बहाने प्यार के, सरगम, मूं भी पौढ़ना साक्षरता कार्यक्रम, आशिकी, शान, ओ कमला। हिट बिडियो तेरी कसम टी0 सीरिज़, आशिकी, शान, ओ कमला, लालू भाई हांस्य फिल्म, आम्मा देवी एै, तेरी मेरी कहानी, मां, देवदर्शन तथा दिल की वात एम0 पी0 3 आदि प्रमुख हैं। आने बाले हिट बिडियो अबके बरस में कुल्लू की महान महिला बिभूतियों तथा मेहनती और कामकाज़ी महिलाओं पर लिखा व गाया गीत बड़ी बांकी कुल्लू री बेटड़ी शान इनरी नोखी नियारी, तारे गुड़ी एै झिकड़ा लाउ चांदी री सज़ी भूमणी न्यारी, में कुल्लू की महान महिला बिभूतियों के दर्शन भी होंगे। साथ में नाच मेरे भाई, डी0 जे0 धमाल भाग 1 और 2 हिट बिडियो बाज़ार में उतारी जाएगी। हास्य लघु नाटिका फैमिली का ढोलक बाला किरदार सबकी जुवान पर है। 1996 में विडियो तेरी कसम टी0 सिरीज से बाज़ार में आने के साथ ही यू टयूव पर दोत राम पहाड़िय के गाने आडियो और बिडियो आने शुरु हुए जो आज तक सिलसिला ज़ारी है। दिल्ली, चण्डीगढ़, पंजाव तथा हरियाणा के साथ गेयटी और काली बाड़ी शिमला के साथ पूरे हिमाचल में नाटक एपिसोड, चोर के घर मोर, मुंह मांगा दहेज, अभी भी वक्त है, टिकाकरण तथा देष भक्ति गीति नाटिका स्वंय लिखित एवं निर्देशित प्रमुख हैं। अपना उत्सव पूना के साथ आगरा, दिल्ली, चण्डीगढ,पंजाव,हरियाणा, उतरांचल और पूरे हिमाचल में कार्यक्रम पेश करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। गणतन्त्र दिवस दिल्ली राजपथ पर अंग्रेजो भारत छोड़ो झांकी में1990 में पहली बार काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। कुल पांच बार परेड में भाग लिया। कारगिल युद्ध के दौरान लिखे व गाये गीत, हे बसुन्घरे तुझे प्रणाम सदा ध्यायें तेरा नाम, के पुरे उतर भारत में दर्जनों कार्यक्रम हुए। जिसे खूब सराहा गया।

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