सुरभि न्यूज़ आनी। बागबानों की आर्थिकी का मुख्य व्यवसाय कही जाने बाली नकदी फसल सेब के मंडियों में अच्छे दाम ने मिलने आनी व निथर क्षेत्र के बागबान बेहद परेशान हैं।बागबानों का कहना है कि वे वर्ष भर अपने सेब बागीचों में खूब मेहनत कर अच्छे फल तैयार करते हैं। मगर बदले में उन्हें अपनी मेहनत का दाम नहीं मिल पा रहा है जिससे उन्हें मुनाफे के बजाय भारी घाटा वहन करना पड़ रहा है। निथर के बागवान सुशील ठाकुर का कहना है कि उनका बगीचा एडशी में है। जहां एक तो पहले से बेमौसम बर्फबारी और दूसरी तरफ ओलों ने सेब की फसल तबाह कर दी और अब रही सही कसर सेब के कम दामों ने पूरी कर दी है। उन्होंने बताया कि आनी की खेगसू सब्जी मंडी में उन्हें सेब की प्रति पेटी दाम एक हज़ार से ग्यारह सौ के करीब मिले जिसमें पेटी पर हुआ खर्च भी नहीं निकल पाया है जबकि पेटी पर खर्च चार सौ के करीब पड़ता है। बागवान सिकंदर ठाकुर, विजय ठाकुर, सतपॉल ठाकुर, राजेश, चिंटू ठाकुर व देविंदर ठाकुर ने कहा कि एपीएमसी सेब के सही दामों को लेकर बागबानों का साथ दे। बागवानों का कहना है कि बागवान कड़ी मेहनत से सारा साल बगीचे में अपना खून पसीना बहाते है और इसका फायदा आढ़ती, ग्रोवर और सेब के बड़े बड़े व्यापारी उठाते है और किसान बागबान वहीं का वहीं रह जाता है। वहीं इस बारे में आढ़तीयों का कहना है कि ओलों वाला सेब आने से सेब के दामों में कमी आयी है बाकी अच्छे सेब की कीमत अभी भी ठीक मिल रही है ।
2021-08-24