सुरभि न्यूज़ (खुशी राम ठाकुर) बरोट। चौहार घाटी के राजकीय वरिष्ट माध्यमिक पाठशाला पशाकोट बरोट में हिन्दी प्रवक्ता के रूप में कार्यरत निशा ठाकुर ने प्रेस को जारी ब्यान में बताया कि भारत में हिंदी दिवस प्रतिवर्ष ही 14 सितंबर को मनाया जाता है। हिंदी दिवस हिंदी भाषा के महत्व की पूरी तरह दर्शाता है और अपने समृद्धि इतिहास और सामाजिक, राजनीतिक महत्व को प्रदर्शित करता है। भारत की सँविधान सभा ने 1949 में हिंदी को राष्ट्रीय भाषा के रूप में स्वीकार किया था। आज भारत में लगभग 78 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते भी है और इसे समझते भी हैं। उन्होंने हिंदी की प्रवक्ता होने के चलते कहा कि हम सभी की हिंदी की उन्नति के लिए मिलकर प्रयास करना चाहिए। सबसे पहले लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए। लोगों को लगता है कि जो बच्चे हिंदी पाठशालाओ में पढ़ते है वे बच्चे निजी पाठशालाओं की अपेक्षा काफी कमजोर होते हैं और जीवन में कभी भी सफल ही नहीं हो पाएंगे। उन्होंने बुद्धिजीवी लोगों से आग्रह किया है कि ऐसे अज्ञानी लोगों को समझाने की कोशिश करें। उन्हें समझाएं की ज्ञान ग्रहण करने की क्षमता और एकाग्रता पर निर्भर करता हैं न कि हिंदी और अंग्रेज़ी माध्यम पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि भाषा पर किए गए अनेक शोधों में यह देखा गया है कि बच्चे मातृ भाषा मे किसी भी विषय को और भी अधिक तेजी से सीख पाते हैं। उन्होंने लोगों को अवगत करवाना चाह कि अगर हम सभी हिन्दी को श्रृंगार दे तो हम सभी इसको सही ढंग से संवार सकते हैं।इस हिंदी भाषा को अगर हम सभो पूरा सम्मान दे दें तो यह हिंदी भाषा अपने आप ही निखर कर हर क्षेत्र में ख्याति अर्जित करने में देर नहीं करेगी।
2021-09-13