छोटाभंगाल व चौहारघाटी में शायर संक्राति के दिन अपनों से बड़ों को अखरोट और द्रुब देकर लेता हैं आशीर्वाद

इस खबर को सुनें

सुरभि न्यूज़ (खुशी राम ठाकुर) बरोट। प्रतिवर्ष की भान्ति इस वर्ष भी जिला की चौहारघाटी तथा जिला कांगड़ा की छोटाभंगाल घाटी में शायर का त्यौहार बुधवार रात से मनाया जा रहा है। बुधवार रात को दोनों घाटियों के लोग कई प्रकार के स्वादिष्ट पकवानों का आनन्द उठाएंगे तथा इस शायर उत्सव के चलते वीरवार के दिन संक्राति के रूप में मनाया गया है। इस दिन घाटीवासी सबसे पहले अपने कुल देवी- देवताओं की पूजा अर्चना करने के बाद अपने–अपने घरों में नई फसलों के पकवान बनाकर अपने सगे संबधियों तथा आस–पड़ोस के लोगों के साथ मिल बैठकर स्वादिष्ट पकवानों का आनंद भी उठाया। इसके साथ वीरवार के दिन सुबह से लेकर देर रात तक छोटे बच्चे व नौजवान अपनों से बड़ी उम्र के लोगों को द्रुब, मिठाई तथा अखरोट देकर बड़ों के पाँव छूने के साथ –साथ उन्हें शायर त्यौहार की शुभकानाएं भी दी वहीँ बड़े लोगों ने इसके बदले में अपनों से छोटी उम्र के लोगों, नौज़वानों तथा बच्चों को आशिर्बाद के साथ-साथ अखरोट, मिठाई तथा पैसे आदि दिए। इसके साथ–साथ घाटियों के थल्टूखोड, बड़ी झरवाड़, भुजलिंग, अन्दरली मलाह, नेर, सरला तथा नलहौता आदि गाँवों में देवादि देव पशाकोट, देव गहरी, माता फुगणी तथा देव अजियापाल के नाम से देव जातर तथा ग्रामीण मेलों का आयोजन भी किया जाता है। इस कारण दोनों घाटियों में शायर का यह त्यौहार तीन से चार दिन तक ज़ारी रहता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *