धर्म संसद से लौटें कुल्लू के सैंकड़ों देवी-देवता, देवभारथा में बताया इंद्र सभा का लेखा-जोखा

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सुरभि न्यूज़ कुल्लू। साल 2022 कुल्लू व अन्य राज्यवासियों के लिए कैसै रहेगा, इसका खुलासा अनूठी देवविरासत के लिए दुनिया भर में अलग पहचान बना चुके देवभूमि कुल्लू के सैंकड़ों देवी-देवता ने शनिवार को किया। कुल्लू के देवी-देवता फाल्गुन सक्रांति को जिलावासियों को आगामी एक साल तक के लिए देवादेश जारी किये व साथ ही जिलावासियों की आमदमी का मुख्यसाधन कृषि-बागबानी सीजन कैसा रहेगा इसके बारे में भी भविष्यवाणी की। करीब दो माह के स्वर्ग प्रवास के बाद फाल्गुन मास की संक्राति को देवता धर्म संसद से लौटे। इस मौके पर कुल्लू घाटी के देवताओं के रथों व प्रतिमाओं के पर्दे शुभ बेला में पारंपारिक वाद्य यंत्रों की थाप पर उठाए गए तथा विधिवत पूर्वक पूजा अर्चना की गई व देश व विदेश की भविष्यवाणी भी सुनाई गई। इस बार साल का आगाज अच्छी बारिश और अनुकूल मौसम के साथ हुआ है।

ऐसे में आने वाले साल में यह राहत कितनी मिलेगी इसकी भविष्यवाणी सुनने को लोग ज्यादा आतुर थे। दो मास तक देवताओं के कपाट बंद होने पर फाल्गुन की संक्रांति को देवतागण अपने-अपने देवालयों में शक्ति अर्जित करके लौटे हैं। इसके अलावा इस मौके पर जिला की सराज घाटी के विभिन्न ईलाकों में बंद पड़े शुभ कार्यों का भी श्रीगणेश किया गया। देवसमाज के प्रतिनिधियों के अनुसार देवताओं के कपाट बंद होने पर मंगल कार्यों पर रोक लग गई थी। फाल्गुन की संक्रांति में मंदिरों में हजारों लोगों ने गुर के माध्यम से स्वर्ग प्रवास की गाथा को सुना। मान्यता है कि हिमाचल प्रदेश के सैंकड़ों देवी-देवता दो मास के लिए स्वर्ग प्रवास पर चले जाते हैं। माना जाता है कि सभी देवता देवराज इंद्र के दरबार में वर्ष में एक बार एक धर्म संसद का आयोजन करते है। इसमें हिमाचल के सैंकड़ों देवी-देवता शामिल होते हैं तथा पाप पुण्य का भी लेखा जोखा होता है। प्रत्येक देवालय में अपने क्षेत्र की घटनाओं की समीक्षा की जाती है। गुर के माध्यम से श्रद्धालुओं को साल भर होने वाली घटनाएं मौसम व फसलों की लाभ हानि की भविष्यवाणी सुनाई जाती है। मिली जानकारी के अनुसार घाटी देवता बिजली महादेव, ब्रह्मा ऋषि ,देवी भगवती,देवता, बुंगड़ू महादेव, देवता जमदग्रि ऋषि, देवता बालू नाग, श्रृंगा ऋषि , गर्ग ऋषि, बंनशीरा सहित जिला के सभी मंदिरों में संक्राति को लेकर पूर्व तैयारियां भी पहले से ही चली हुई थी । जिला कुल्लू देवी-देवता कारदार संघ के अध्यक्ष दोत राम ठाकुर की मानें तो पिछले दो से तीन माह से देवता देवप्रवास में थे और फाल्गुन संक्राति पर देवता धर्म संसद से वापिस लौट गए हैं। इनके अनुसार मनाली से लेकर आनी-निरंमड के सभी देवालयों में देवभारथा के तहत देवता भविष्यवाणी सुनायी गई। देवभूमि कुल्लू के देव समाज के लोगों का देवी देवता के स्वर्ग प्रवास से वापिस लौटने का इंतजार भी अब खत्म हो गया है।

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