सुरभि न्यूज़ (खुशी राम ठाकुर) बरोट I चौहार घाटी में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी लोहड़ी पर्व के बाद लगभग डेढ़ माह तक लगे खेतीबाड़ी संबंधी कार्य करने के लिए लगा प्रतिबन्ध दो-तीन दिन में स्थानीय देवी–देवताओं के आदेश से पूरी तरह हट जाएगा I उसके बाद घाटी के समस्त किसान खेतीबाड़ी संबंधी कार्य में जुट जाएंगे I घाटी के किसान सबसे पहले हल जोताई करने के बाद नगदी फसल आलू की बिजाई करने में जुट जायेंगे I किसान वजिन्द्र सिंह, रागी राम, डागी राम, भागमल, धर्मदास, दान सिंह, खेम सिंह, दयाल सिंह, सुभाष चंद तथा प्रेम सिंह का कहना है कि इससे पहले पंचायत स्तर पर कृषि संबंधी शिविर लगाना बहुत ही जरुरी है जिसमें किशानों को कृषि संबधी जानकारी दी जा सके I घाटी में मुख्यता आलू की नगदी फसल की बिजाई के बाद घाटी के किसान विभिन्न प्रकार की सब्जियां फूल गोभी, बंद गोभी, मटर, मूली व धनिया आदि की खेती करते हैं मगर उन्हें इसका पूरा ज्ञान न होने के कारण उनकी फसलों में कई प्रकार की अज्ञात बीमारी हो जाने के कारण उनकी फसलों की पैदावार में भी भारी कमी हो जाती है I जिस कारण किसानों को भारी आर्थिक नुक्सान भी झेलना पड़ता है I खलैहल पंचायत के प्रधान भागमल, बरोट पंचायत के प्रधान डाक्टर रमेश ठाकुर, वरधान पंचायत के प्रधान अनिल कुमार ने प्रेदश सरकार तथा कृषि विभाग से मांग की है कि यहाँ के किसानों को जागरूक करने के लिए पंचायत स्तर पर कृषि संबंधी जागरूकता शिविर लगाए जाएँ I
2022-02-16