कुल्लू शहर में कचरे की समस्या से निपटने के लिये महामंथन देवसदन में

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पूजा ठाकुर कुल्लू।  जिला की नगर निकायों में ठोस व तरल कचरा अवशिष्ट का वैज्ञानिक ढंग से निष्पादन किया जाना चाहिए। जिला के नदी-नालों व शहरों के वैभव को बचाने के लिये नगर निकायों को कड़े फैसले लेने की जरुरत है। उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने देवसदन में नगर परिषद कुल्लू द्वारा कचरा अवशिष्ट की समस्या से निपटने के लिये आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि कूड़े-कचरे का प्रबंधन प्राथमिक स्तर से इसके डिस्पोजल तक एक व्यवथित ढंग से किया जाना चाहिए। सभी नागरिक घर से ही ठोस व तरल कचरे को अलग-अलग लिफाफों में उपयुक्त छंटाई के उपरांत ही नगर परिषद के कर्मी को देने की आदत को विकसित करें। कचरा एकत्र करने वाले कर्मी अपने साथ दो कंटेनर अथवा थैले रखें और अलग-अलग कचरा प्राप्त करें।

शहरों में सड़कों के किनारे अस्थाई डम्पिग पर कड़ा संज्ञान लेते हुए उपायुक्त ने नगर परिषद को कहा कि इस प्रकार की डम्पिग को तुरंत से बंद करके इन स्थलों पर पार्क अथवा बैंच स्थापित किये जाएं। कचरा घरों से प्राप्त करने के बाद सीधे वाहन में डाला जाना चाहिए। इसके लिये छोटे वाहन विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध होने चाहिए। उपायुक्त ने इस अवसर पर स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। नगर परिषद्  अध्यक्ष गोपाल महंत ने कहा कि नगर परिषद कुल्लू शहर को स्वच्छ रखने के लिये सालाना 1.60 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुल्लू को अमृत योजना में शामिल किया गया है और पूरी धनराशि प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि शहर का कायाकल्प किया जा रहा है। अनेक पार्कों व रास्तों का निर्माण किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन पर कार्यकारी अधिकारी बी.आर. नेगी ने बताया कि नगर परिषद कुल्लू के अंतर्गत कुल 11 वार्ड हैं जिनमें 6262 घर हैं। कूडे़ की दरें 50 रुपये से लेकर 2000 रुपये प्रतिमाह निर्धारित की गई हैं। उन्होंने कहा कि नागरिकों से छंटाई के उपरांत गीला, सूखा व हानिकारक कचरा प्राप्त करने के संबंध में व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि लंकाबेकर स्थित आर्गेनिक वेस्ट प्लांट की क्षमता को तीन टन तक बढ़ाने की स्वीकृत प्राप्त हो चुकी है। 2200 टन प्लाटिक वेस्ट रांगड़ी प्लांट को भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि अमृत योजना के तहत 66.08 करोड़ की रााशि प्राप्त हुई है जिसे लोक निर्माण व जल शक्ति विभागों को निर्माण कार्यों के लिये जारी किया गया है। आवास योजना के तहत 1.65 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि अखाड़ा बाजार में नगर परिषद ने 50 बिस्तरों का रैन बसेरा बनाया है ताकि कोई भी व्यक्ति बाहर सड़क पर न सोए। परस्पर संवाद के दौरान पूर्व पार्षद तरूण बिमल ने नगर परिषद को रात्रि दस्ता नियुक्त करने को कहा ताकि ढाबों के समीप व नदी व सड़क किनारे गंदगी फैलाने वालों पर नजर रखी जा सके। पार्षद अमीना ठाकुर ने कचरा एकत्रीकरण कार्य में आम लोगों के सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि लोग कचरा प्राप्त करने वालों के साथ अच्छा व्यवहार करें। नगर परिषद की उपाध्यक्ष आशा महंत, पार्षदगण, वेस्ट टू एनर्जी प्लांट के प्रबंधक प्रेम, स्वयं सहायता समूह व नगर परिषद के कर्मी कार्यशाला में मौजूद रहे।

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