सुरभि न्यूज़
विजयराज उपाध्याय , बिलासपुर
गुरु ( व्यास ) रंगनाथ महोत्सव 2022 का समापन समारोह बिलासपुर में आयोजित किया गया जिसमें जिलाधीश बिलासपुर पंकज राय ने मुख्यातिथि शिरकत की जबकि उनकी धर्मपत्नी अनुपम राय ने बतौर विशेष अतिथि शिरकत की। गुरु ( व्यास ) रंगनाथ महोत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष कमलेन्द्र कश्यप की अध्यक्षता में सदस्यों ने जिलाधीश पंकज राय व अनुपम राय का स्वागत किया। मुख्यातिथि व विशेष अतिथि ने द्वीप प्रज्वलित कर महोत्सव की अंतिम सन्ध्या का शुभरम्भ किया। आयोजन समिति के मुख्य सलाहकार चमन गुप्ता, अध्यक्ष कमलेन्द्र कश्यप व मदन राणा ने मुख्यातिथि व विशेष अतिथि को टोपी, शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। ज़िलाधीश पंकज राय ने कहा कि आयोजकों के उस तरह का इस महोत्सव के आयोजन काबिलेतारीफ है। इस उत्सव में युवाओं को अपनी पुरानी संस्कृति जो भखडा बांध बनने के बाद ख़त्म हो चुकी थी उसके बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। एक जमाना था जब बुजुर्गों की चौपाल लगती थी। स्थानीय बुजुर्गों ने चौपाल मंच पर प्रदर्शित कर पुराने बिलासपुर की यादें दर्शकों के साथ सांझा की। व्यास नगर समिति व्यास उत्सव का आयोजन हर वर्ष करती आ रही है जिसकी अब अपनी अलग पहचान बन चुकी है। जिलाधीश ने कहा प्रशाशन कि तरफ से आयोजकों को हर सम्भव सहायता प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने विशेष अतिथि संगीत की प्रोफेसर शुक्ला शर्मा व मीना वर्मा को सम्मानित किया। सांस्कृतिक संध्या में शुक्ला शर्मा व मीना वर्मा ने पंछी मेरी जान बोले, दिन चढ़ने जो आया कि साथ अन्य नग्में व गजलें सुना कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। बिलासपुर की उभरती हुई भाई बहन गायक अक्षय व अनन्या ने भी एक से एक नग्में गाए। उन्होंने सबसे पहले मां शेरा वालिये, शिव कैलाशों के वासी, तेरी खातिर खाना बनाया, क्यों आगे पीछे डोलते हो, तेरे माथे जो बिन्दरू, नीले नीले नैन नशीले, सावन का महीना व ऊंची ऊंची रिडिया गानें गाकर श्रोताओं को खूब झुमाया। अंतिम सांस्कृतिक संध्या में पुराने बिलासपुर की ऐतिहासिक घटना ओर आधरित मोहना नाटक का मंचन भी किया गया। इस नाटक का निर्देशन विनोद कौशल ने किया। नाटक को देख कर पंडाल में उपस्थित हर व्यक्ति की आंखे नम हो गई। इस अवसर पर कमलेन्द्र कश्यप, चमन गुप्ता, मदन राणा, केश पठानिया, सुशील पुंडीर, रविन्द्र भट्टा, विनोद गुप्ता, राजपाल कपिल, प्रवक्ता कर्ण चन्देल, रितेश मेहता, अनीश ठाकुर, सुखदेव सूद, संजीवन, बंटी व अनिल मेहता विशेष तौर पर मौजूद रहे।