सुरभि न्यूज़
सी आर शर्मा, आनी
आनी विधानसभा क्षेत्र में बारिश से खासा नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान पीडब्ल्यूडी को हुआ है। आकलन के अनुसार पीडब्ल्यूडी विभाग को भारी वर्षा से अब तक 22 करोड़ 50 लाख रूपयों की चंपत लग चुकी है। लेकिन आलम यह है कि कई सड़कें अभी भी बन्द पड़ी हैं।
जिन्हें खोलने में पीडब्ल्यूडी विभाग की दर्जनों मशीनरियाँ भी हांफ गयी है।
फलस्वरूप क्षेत्र की आर्थिकी की रीढ़ और बागवानों की साल भर की कमाई सेब बागीचों में ही पड़ा है। करोड़ों के नुकसान के आकलन के बावजूद पीडब्ल्यूडी के दलाश सबडिवीजन के अंतर्गत आने वाली डुघा शिगान सड़क को बहाल करने के लिए ग्रामीणों को खुद गेंती. कुदाली और बेलचे लेकर सड़कों पर उतरकर उन्हें दुरुस्त करते देखा जा रहा है।
यहां लोगों का सेब गोदामों में सड़ने की कगार पर है जबकि सड़क की हालत नाले सी हो गयी है। पंचायत समिति आनी के उपाध्यक्ष संदीप सैम ने बताया कि लोगों को खुद मिलकर कलवर्ट खोलना पड़ रहा है। यही आलम दलाश सबडिवीजन के तहत आनी-वश्ता सड़क में रुना से निगाली कैंची के बीच भी है।
लोगों का कहना है जब मशीन धार गांव के नीचे तक लाई जाती है, तो इसके आगे सड़क को बहाल न कर हर बार वहां से वापिस चले जाना किसी के पल्ले नहीं पड़ रहा। वहीं दलाश सबडिवीजन के अंतर्गत आने वाला गुगरा-डोहवी-कुटवा सड़क मार्ग भी 11 अगस्त के बाद से आज तक बहाल नहीं हो पाया है।
वहीं इस बारे पीडब्ल्यूडी विभाग के निरमण्ड डिवीजन के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार शर्मा का कहना है कि बरसातों से सड़कों को हुए नुकसान को दुरुस्त किया जा रहा है। मार्ग वहाली के लिए सभी सबडिवीजन के सहायक अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जगह जगह बन्द हुई सड़कों, गिरे डंगो को लगाने का कार्य युद्धस्तर पर चला है ताकि लोगों का समय पर सेब मंडियों तक पहुंच सके।