सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट।
छोटाभंगाल तथा बड़ा भंगाल के लोगों की बेहतर सुविधा के लिए वर्ष 2004 में तत्कालीन भाजपा सरकार के कार्यकाल में छोटाभंगाल व बड़ा भंगाल की आठ पंचायतों के लोगों की बेहतर सुविधा के लिए उपतहसील तथा वर्ष 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने इसका दर्ज़ा बढ़ाकर तहसील बना दिया। बैजनाथ उपमंडल के दुर्गम क्षेत्र छोटाभंगाल में स्थित मुल्थान तहसील में मूलभूत सुविधाओं के अभाव के चलते यहाँ की जनता के साथ अधिकारी भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। तहसील मुल्थान के अधीन आठ पंचायतों बड़ा भंगाल , बड़ाग्रां, कोठी कोहड़, धरमाण, मुल्थान, लोआई, पोलिंग तथा स्वाड़ के लगभग 35 गाँव आते हैं। तहसील मुख्यालय से बैजनाथ उपमंडल तथा जिला मुख्यालय 126 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। मुल्थान तहसील में अधिकारियों को किसी आपातकालीन स्थिति में मौके पर जाने के लिए वाहन न होने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीँ मुल्थान तहसील में नायव तहसीलदार, दफ्तर कानूनगो, सुपरिटेडेंट, जमींदार, दफ्तर चपरासी व बड़ाग्रां , मुल्थान तथा खड़ी मलाह पटवार सर्किल में चौकीदार तथा स्वाड़ कानूनगो सर्किल में दफ्तर कानूनगो के पद खाली चलने से लोंगों को कार्य करवाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। तहसील मुल्थान के तहसीलदार एक माह के लिए अवकाश पर चले गए हैं जिस कारण यहाँ की सारी व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। कोठी कोहड़ पंचायत के उपप्रधान रणजीत सिंह सहित हिमराज, रमेश कुमार व कृष्ण कुमार ने स्थानीय विधायक मुलखराज प्रेमी से मांग की है कि तहसील मुल्थान के तहसीलदार का अवकाश सामाप्त होने तक डेपुटेशन बतौर किसी अन्य तहसीलदार को भेजा जाए ताकि लोगों को तहसील संबंधी कार्य निपटाने में आसानी हो सके। इस बारे में बैजनाथ में स्थित एसडीएम सलीम आज़म का कहना है कि उपायुक्त कांगड़ा द्वारा तहसील मुल्थान में बैजनाथ के तहसीलदार को डेपुटेशन बतौर ड्यूटी लगा दी गई है।