सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
चौहार घाटी तथा छोटाभंगाल में गत लगभग एक सप्ताह से प्रतिदिन रूक -रूक कर हो रही वारिश का सिलसिला जारी चला हुआ है। गत दो दिन से लगातार हो रही वारिश के चलते ऊहल व लंबाडग नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है।
पंजाब राज्य बिजली बोर्ड की शानन विद्युत परियोजना के अधीन आने वाले बरोट क्षेत्र में बैराज के पांच से छः गेटों को खुला रखा है।
यहाँ पर जारी बारिश के कारण बड़ा भंगाल घाटी को जाने वाले रास्ते के बीच झौडी नामक स्थान में ऊहल नदी पर बनाई गई लकड़ी की पुली बह गई है।
वहीं दूसरी ओर थमसर जोत में ताज़ा बर्फवारी होने से घोडा चालकों को राशन से लदे हुए घोड़ों को बड़ाभंगाल तक ले जाना बेहद मुशिकल हो गया है।
इस वारिश के साथ-साथ घाटियों के ऊंची- ऊंची पर्वत मालाओं में में बर्फ गिरने से दोनों
घाटियों के दुर्गम गाँवों में ठण्ड बढ़ गई है।
इस ज़ारी वारिश के कारण घाटियों के किसानों व सब्जी उत्पादकों की चिन्ता बढती जा रही है। मौसम का यही मिज़ाज रहा तो बिक्री के लिए पूरी तरह तैयार हो चुकी फूल गोभी, बंद गोभी,
मटर व धनिया फसलें खेतों में ही सड़ जाएगी।