सुरभि न्यूज़
मनाली
मनाली के सोलंगनाला में गाँव को जोड़ने वाला निर्माणाधीन पुल ढह जाने से काम करने वाले मजदूर बाल बाल बाख गए। हिमाचल प्रदेश सकार में कद्दावर मंत्री गोविंद ठाकुर के गृहक्षेत्र में लंबे समय से चर्चा में रहे मनाली के सोलंगनाला पुल शटरिंग खोलते ही रेत के महल की तरह भरभरा कर ढह गया। पुल में शटरिंग खोल रहे मजदूर बाल बाल बच गए। वरना एक और बड़ा हादसा हो सकता था।
उल्लेखनीय है कि देश विदेश में विख्यात मनाली के प्रमुख पर्यटन स्थल सोलंगनाला में सात वर्षों से निर्माणाधीन पुल रविवार को भरभरा कर ढह गया। पुल के कार्य की गुणवत्ता सही नहीं होने के कारण और वर्षों से कार्य लटका होने के कारण इसका नए सिरे से टेंडर किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार को पुल में लगी शटरिंग निकाली जा रही थी। इसी दौरान यह पुल टूटकर गिर गया। इस दौरान 7-8 मजदूर बाल-बाल बचे। जानकारी देते हुए लो निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अनूप शर्मा ने बताया कि पुल को तोड़ा जाना था।
इसका कार्य सही नहीं हुआ है। शटरिंग निकालते हुए पुल गिर गया। अब नए सिरे से टेंडर हुए है। पुराने ठेके को रद्द किया गया है। फिलहाल जिस तरह से यह पुल भरभरा कर गिरा है। उससे अनेकों सवाल खड़े हो रहे हैं।
पुल का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग की देखरेख में हुआ है और मंत्री गोविंद ठाकुर के गृह क्षेत्र में यह निर्माण हुआ है। लेकिन सात साल में न तो पुल का निर्माण कार्य पुरा हुआ और न ही इसकी गुणवता के संदर्भ में कोई कार्रवाई हुई।
जिससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि निर्माण कार्यों में किस तरह से लापरवाही बरती जा रही है। इतना ही नहीं बल्कि इस पुल के निर्माण के लिए विभाग के एक जेई बेहद ही अपमानजनक स्थिति से गुजर चुके हैं और पुल न बने का ठिकरा ग्रामीणों ने जेई पर फोड़ा था।