सुरभि न्यूज़, केलांग।
विविधतापूर्ण संस्कृति वाले जिला लाहौल-स्पीति में सर्दियों के दौरान अनेक प्रकार के त्योहार व उत्सव मनाए जाते हैं। इन्हीं में एक उत्सव ‘चतरोड़ी’ लाहौल घाटी में शुरू हो गया है।’स्नो फ़ेस्टिवल’ में पुरातन संस्कृति, कलाकृतियों, परम्पराओं को प्रदर्शित एवं संरक्षित कर जहां सांस्कृतिक पर्यटन के लिए आधार बनाया जा रहा है।
वहीं हस्तशिप व पर्यटन प्रबन्धन को लेकर कार्यशालाओं का भी आयोजन किया जा रहा है।उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि लाहुल-स्पिति के उदन, फागली, हालडा, लोसर, कुन्स, जुकारु, गोची, पूना, लामोई, दाछांग जैसे प्रमुख त्यौहार जो कि सर्दियों में ही मनाए जाते हैं और हर जगह इनके मनाने का रिवाज अलग -अलग है।
‘स्नो फ़ेस्टिवल’ के अन्तर्गत सभी त्यौहारों को एक ही
महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है, वहीं स्थानीय पारम्परिक व्यंजनो को पर्यटकों को परोसने के उद्देश्य से 19 मार्च से सिस्सु में फ़ूड फ़ेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है।21 व 22 मार्च को हस्तशिल्प उत्पादों में गुणवत्ता सुधार पर एक प्रशिक्षण कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा।