पैंतीस  घन्टे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन, शून्य से नीचे  तापमान में फिसलन  के बावजूद 244 लोगों को सुरक्षित बचाया

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सुरभि न्यूज़ केलांग। लाहुल-स्पिति जिला में अचानक हुई भारी बर्फबारी से  बारालाचा में फंसे सभी यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है।  उपायुक्त पंकज राय ने इस बारे जानकारी देते हुए बताया कि लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए 20 अप्रैल को एक संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था। उन्होंने बताया कि करीब 35 घंटे तक चले इस रेस्क्यू ऑपरेशन में जिला प्रशासन के साथ पुलिस और बीआरओ 70 आरसीसी के अधिकारी शामिल रहे। रेस्क्यू ऑपरेशन आज प्रातः करीब 3 बजे तक चला। इस दौरान माइनस 25 डिग्री तापमान की हाड़ जमा देने वाली ठंड में भी रेस्क्यू टीम लोगों के जीवन की सुरक्षा के लिए लगातार डटी रही।
रेस्क्यू टीम में पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा, सडीएम केलंग राजेश भंडारी,  आईटीडीपी के परियोजना अधिकारी रमन शर्मा,सीडीपीओ खुशविंदर ठाकुर सहित अन्य अधिकारी शामिल थे।   उपायुक्त ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में 244 लोगों को रेस्क्यू किया गया है । इस दौरान 147 लोगों को 20 अप्रैल  को ही बारालाचा दर्रा से जिस्पा  की ओर सुरक्षित निकाला गया। परन्तु भारी हिमपात, कमज़ोर दृश्यता व अबोधाव गिरने के कारण बचाव अभियान 20 व 21 अप्रैल के मध्य की रात्रि  को सफ़ल नहीं हो सका। हालांकि इस अभियान के दौरान एसपी लाहौल- स्पीति मानव वर्मा का अपना वाहन भी बारालाचा के पास फंस गया, जोकि की कड़ी मशक्कत के बाद ज़िंगज़िंग बार तक पंहुचे, जहां से उपायुक्त पंकज राय के नेतृत्व में  एसडीएम,पीओआईटीडीपी, सीडीपीओ चार वाहनों के साथ दारचा व ज़िंगज़िंग बार पंहुंचे तथा एसपी सहित 11 पुलिस कर्मियों को बापिस लाया गया।तत्पश्चात 21 अप्रैल  प्रातःबीआरओ 70आरसीसी के दो बचाव दलों ने किलिंग सराय व ज़िंग ज़िंग बार से बचाव अभियान आरंभ किया था।  21 व 22 अप्रैल के मध्य की रात्रि  तक चले इस अभियान में 22 अप्रैल की सुबह 3 बजे तक रात भर के ऑपरेशन के बाद 87 लोगों जिनमें दो महिलाएं व तीन बच्चे शामिल थे, को सुरक्षित ज़िंगज़िंग बार डेट लाया गया। जिन्हें जिस्पा पहुँचाया गया।
इनमें से बारालाचा से सरचू की ओर को स्थित
10 ट्रक ड्राइवरों ने, प्रशासन के अनुरोध पर वापिस आने से इनकार कर ट्रकों में ही रुकने का आग्रह किया।
 गौरतलब है कि ये सभी यात्री  जिनमें ट्रक ड्राइवर, कंडक्टर, कामगार, महिलाएं व बच्चे शामिल हैं; 20 अप्रैल दोपहर बाद से मनाली-लेह हाइवे के अचानक बर्फबारी व गाडि़यों के ब्रेकडाउन के कारण
 से बंद होने के चलते फंसे थे।
पंकज राय ने बताया कि प्रशासन द्वारा सभी लोगों के लिए ठहरने, खाने, प्राथमिक चिकित्सा सहित सभी आवश्यक चीजों की व्यवस्था की गई है। साथ सभी लोगों का कोविड-19 टेस्ट कर पोसिटिव लोगों को कोविड केयर सेन्टर में  भेजा जा रहा है। इस पूरे अभियान में संचार की अन्य किसी सुविधा के अभाव में उपायुक्त पंकज राय  सेटेलाइट फोन के जरिए ही लगातार रेसक्यू टीम से संपर्क बनाए रखा तथा स्वयं ही पूरे ऑपरेशन को संचालित किए रहे। राय ने बताया कि बीआरओ के 70 आरसीसी के अधिकारियों,  लेफ्टिनेंट कर्नल आकाश, कैप्टन मोहित  एवं कनिष्ठ अभियंता कोटवाल के प्रयत्नों एवं सहयोग की इस अभियान में प्रशंसनीय भूमिका रही, जिसके चलते ये अभियान सफ़ल हुआ। पंकज राय ने बताया कि अभी फ़िलहाल मनाली लेह राजमार्ग पर आवाजाही रोक दी गई है। तथा बीआरओ की ओर से राजमार्ग की बहाली की सूचना के उपरान्त दारचा व सरचू से आगे, वैकल्पिक दिवस पर, दोपहर 12 बजे के पश्चात,किसी भी वाहन को आने -जाने अनुमति नहीं दी जाएगी।
प्रशासन 20  दिनों से कर रहा  रोजाना हज़ार से अधिक लोगों के लिए खाने की व्यवस्था
गौरतलब है कि 4 अप्रैल को हुई बर्फबारी में भी कई वाहन चालक और यात्री दारचा और केलंग के बीच फंस गए थे।  प्रशासन ने वहां फंसे सभी लोगों के लिए कंबल सहित सभी जरूरी इंतजाम कर दिए थे। साथ ही जिला प्रशासन पिछले 20 से अधिक दिनों से रोजाना करीब एक हजार लोगों के लिए खाने की समुचित व्यवस्था कर रहा था।
यात्रियों ने जताया आभार
वहीं, रेस्क्यू ऑपरेशन में सुरक्षित निकले सभी लोगों ने उपायुक्त पंकज राय और लाहुल-स्पिति जिला प्रशासन की पूरी टीम का आभार जताया। उन्होंने खाने एवं अन्य सभी जरूरतों का पूरा ध्यान रखने क लिए भी जिला प्रशासन का धन्यवाद किया।