अवस्थी, पतलीकुहल। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं होटल एसोसिएशन मनाली के पुर्व चीफ पैटर्न देवेंद्र नेगी ने जारी प्रैस बयान में कहा कि सरकार न तो पर्यटन कारोवार व न हीं पर्यटन कारोबारियों के प्रति गंभीर है,गत दिनों हिमाचल सरकार ने जो एडवाइजरी जारी कर पर्यटकों को हिमाचल आने पर करोना टैस्ट रिपोर्ट साथ लाना अनिवार्य किया था, फिर महज़ एडवाइजरी वताकर पर्यटकों को होटल कारोबारियो की जिम्मेवारी तय की गई कि वह पर्यटकों के करोना टैस्ट की जांच कर सरकार के पोर्टल पर इसकी जानकारी दें यह क्या चल रहा है ? सरकार के पास पुलिस है स्वास्थय विभाग है सर्व सुविधा है क्या सरकार का उत्तरदायित्व नहीं है कि वह हिमाचल की सीमाओं पर पर्यटकों की जांच कर उन्हें हिमाचल आने की इजाजत दें, पर्यटक या वाहर से आने वाले अन्य व्यावसाई रात्रि समय होटल में पहुंचते हैं तो करता रात्रि समय में करोना टैस्ट संभव है दूसरे दिन अगर टैस्ट रिपोर्ट अगर किसी पर्यटक की पौज़ीटिव आती है तो क्या होटल वंद करना पड़ेगा ? सरकार आख़िर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त क्यों होना चाहती है ? प्रदेश का होटल व्यावसाई सरकार को रैव्नियु के तौर पर करोड़ों रुपए अदा करता है जिसमें विजली, पानी,लग्ज़री टैक्स जी एस टी पौलुउशन फीस सहित लाखों लोगों को रोजगार दे रहा है उसपर यह तुगलकी फरमान जारी कर क्या संदेश दिया जा रहा है, कंहा तो सरकार संकट की घड़ी में पर्यटन उद्योग को राहत प्रदान करनी चाहिए, करोड़ों रुपए लोन है बैंकों की किश्ते नहीं दी रही है होटलों में ताले लगाने की नोवत आ गई है, सरकार से राहत के नाम पर फुटी कौड़ी नहीं मिल रही है,हम सरकार से आग्रह करते हैं कि होटल व्यावसाईओं का बैंक व्याज़ तो सरकार मुआफ करें पिछले वर्ष व इस वर्ष की किश्तों पर सरकार राहत दे,होटल कर्मचारियों को किसानों की तर्ज पर राहत राशि प्रदान करे क्योंकि लाखों लोग जो पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हैं सब वे रोजगार हो चुके हैं, सरकार को इस पर गम्भीरता से विचार करना होगा प्रदेश में सवसे बड़े पर्यटन व्यवसाय को डूवने से बचाना होगा।इस गंभीर मुद्दे पर सरकारको सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए , करोना संकटकाल में कांग्रेस सरकार व जनता के सहयोग के लिए तैयार है व हमेशा तैयार रहेगी।
2021-04-23