कुलभुषण अवस्थी पतलीकुहल: कोरोना का प्रकोप एक बार फिर से बढ़ने लगा है जिसे देखते हुये सरकार ने प्रदेश में कफ्र्यू की घोषणा कर दी है। कुल्लू क्षेत्र में इन दिनों सेब सहित अन्य फलों पलम आडू नाशपाती आदि पर फफुंदनाशक कीटनाशक व पोष्क तत्वों की स्प्रे की जा रही हैं। सरकार ने फफूंदनाशक व पेस्टीसाइड की दुकानों को कोरोना नियमों के अन्तर्गत खोलने की छुट दी हुई है। परन्तु फिर भी कई बागवान कफ्र्यू के कारण दवाईयां लेने बाजार तक नहीं पहुंच पाते है। कुल्लू फलोत्पादक मण्डल ने पिछले बर्ष भी लॉकडाऊन के समय लोगों को जगह – जगह जा कर छिड़काव की दवाईयां उपलब्ध करवाई थी इसलिये मण्डल ने निणर्य लिया है कि इस बर्ष भी पिछले बर्ष के स्थानों पर बागवानों की सुविधा के लिये स्प्रे की दवाईयों को पहुंचाया जायेगा। यदि आवश्यक हुआ तो कुछ नये स्थानों पर भी दवाईयों को पहुंचाने के पूरे प्रयास किए जाऐंगे। मण्डल के प्रधान प्रेम शर्मा ने बताया कि कुल्लू में अधिकतर लोगों की आर्थिकी का मुख्य साधन बागवानी है।आज कल क्षेत्र में सेब सहित अन्य फलों पर छिड़काव का समय चल रहा है। सेब पर लगभग 15 दिनों के बाद फफूंदनाशक का छिड़काव अनिवार्य होता है जिससे सेब की गुणवता में वृद्धि होती है। कोरोना के कारण सरकार ने प्रदेश में कफ्र्यू लागू कर दिया है हालांकि सरकार ने पेस्टीसाइड की दुकानों को खुली रखने की छुट दी है। परन्तु दूर – दराज के बागवानों को कफ्र्यू के चलते दवाईयां खरीदने में मुश्किल पैदा होगी। एक तरफ मौसम की बेरूखी के कारण पहले ही क्षेत्र में सेब की फसल कम है दूसरी तरफ कोरोन जैसी भयानक बीमारी से सेब को अच्छे दाम मिलेंगे या नहीं इस पर संशय बरकरार है। इसलिये मण्डल ने निर्णय लिया है कि मण्डल पिछले बर्ष की भान्ति इस बर्ष भी बागवानों को जगह – जगह छिड़काव के लिये दवाईयां उपलब्ध करवायेगा। शर्मा ने कहा कि इस दौरान कोरोना से निपटने के लिये सरकार द्वारा जारी सुझावों को सख्ती से पालन किया जायेगा।
2021-05-06