सुरभि न्यूज़ कुल्लू। कोरोना का गांवों की ओर रूख गंभीर समस्या व चिंताजनक है। चुने हुए प्रतिनिधि संक्रमण के प्रसार को रोकने में महत्वर्पूण भूमिका निभा सकते हैं। यह बात जिला परिषद अध्यक्ष पंकज परमार ने जिला में कोरोना संक्रमण से बचाव एवं तमाम एहतियातन उपायों को लेकर वर्चुअल माध्यम से बैठक के दौरान कही। जिला परिषद सदस्यों तथा पंचायत समितियों के अध्यक्षों ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में भाग लिया। उन्होंने कहा कि गांवों में समय रहते अति सतर्कता बरतने के साथ-2 बचाव हेतु आवश्यक कदम उठाने की नितांत आवश्यकता है। बैठक में इस विषय पर विस्तारपूर्वक परिसंवाद किया गया। पंकज परमार ने कहा कि जिला परिषद वार्ड कोठी चैहणी के अंतर्गत आने वाले स्वास्थ्य संस्थानों में कोोरोना से बचाव को लेकर सिविल अस्पताल बंजार, आनी तथा सिविल अस्पताल निरमंड के लिए 100 आक्सीजन सिलैंडर, 100 आक्सीमीटर तथा 100 पीपीई किट का भंडारण किया जाना है। इसी प्रकार, पीएचसी गुशैणी के लिए 50 आक्सीजन सिलैंडर, 50 आक्सीमीटर तथा 50 पीपीई किट का भंडारण सुनिश्चित करने के लिए प्रस्ताव के माध्यम से जिला चिकित्सा अधिकारी कुल्लू से मांग की गई है। इसके अतिरिक्त आपातकालीन स्थिति में ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने पर आक्सीजन की कमी वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को सबसे पहले उनके नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सिविल अस्पताल में प्राथमिक उपचार हेतु उपरोक्त सामग्री की व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों से जिला कोविड-19 अस्पताल तक पहुंचने में काफी समय लग जाता है। इसके मध्य नजर रखते हुए अस्पतताल बंजार और पीएचसी गुशैणी में फौरी तौर पर आक्सीजन सिलैंडर और आक्सीमीटर तथा पीपीई किट आवश्यक रूप से उपलब्ध रहनी चाहिए। इसके अतिरिक्त जिला परिषद वार्ड कोठी चैहणी की सभी पंचायतों के लिए सैनीटाईजेशन सामग्री शीघ्र भेजने को कहा गया ताकि पंचायतें अपने स्तर पर अपने वार्डों में सैनीटाईजेशन कर सकें। उन्होंने इसके लिए प्रस्ताव के माध्यम से उपायुक्त, सीएमओ तथा उपमंडल अधिकारी (ना0) बंजार से अनुरोध किया गया कि उपरोक्त सामग्री को जनहित में प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध करवाई जानी अति आवश्यक हैं। अक्षम, अपंग तथा 75 वर्ष की आयु के ऊपर के वृद्धजनों को घर पर टीकाकरण किया जाए। पंचायत प्रतिनिधि संक्रमित व्यक्तियों से शीघ्र संपर्क स्थापित कर महामारी से मुकाबला करने के लिए उनका हौैसला अफजाई करें। इसके लिऐ कोविड फंड हेतु जिला परिषद से धन राशि देने को कहा गया। पंचायत प्रतिनिधियों को पीपीई किट उपलब्ध करवाई जाए ताकि वे अपने क्षेत्र में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों से जुड़ कर उनकी किसी भी प्रकार की कठिनाई को नजदीक से समझ कर हल कर सकें। उन्होंने बताया कि टीकाकरण हेतु प्रस्ताव के माध्यम से मुख्य चिकित्सा अधिकारी कुल्लू से आग्रह किया गया है तथा इसी प्रकार प्रस्ताव के माध्यम से निदेशक पंचायती राज विभाग हिमाचल प्रदेश शिमला से भी अनुरोध कियका गया है कि जिला परिषद को वित्तायोग से इन योजनाओं के लिए धन राशि उपलब्ध करवाई जाए ताकि जिला स्तर पर जिला परिषद सदस्यों द्वारा भी उचित कदम उठाए जा सकें। बर्चुअल बैठक के दौरान जिला परिषद सदस्यों द्वारा बंजार तथा सैंज अस्पताल में वर्तमान आक्सीजन सिलैंडर क्षमता क्रमशः 8 तथा 3 को बढ़ाने का आग्रह किया गया ताकि कोराना संक्रतिम मरीजों का उपचार करने में किसी प्रकार समस्या न हो। बंजार या सैंज में कोविड केयर सैंटर का प्रावधान करने के साथ ही सैंज में रात के समय भी चिकित्सक नियुक्त करने की मांग की गई। केंद्रित आक्सीजन मशीन का सब्सिडी के साथ कम कीमत में दिए जाने का प्रावधान किया जाए तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आक्सीमीटर का प्रावधान करने को भी कहा गया ताकि पीड़ित व्यक्ति अपने आक्सीजन स्तर का स्वयं निरीक्षण कर सकें। इसके अतिरिक्त बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि गंभीर बीमारियों से ग्रस्त तथा दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को स्थानीय अस्पताल से शिमला या किसी बड़े अस्पताल में रैफर करने से पहले ही अस्पताल द्वारा कोविड टैस्ट करवाया जाए। इससे रोगी को जहां कोरोना रिपार्ट समय पर उपलब्ध हो सकेगी वहीं रोगी को टैस्टिंग प्रक्रिया से भी नहीं गुजरना पड़ेगा तथा संक्रमण का खतरा भी कम होगा। उपरोक्त समस्त स्थितियों से बेहतर ढंग से निपटने के लिए जिला प्रशासन से सहयोग का आग्रह किया गया। पंकज परमार ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण में वरिष्ठ नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पडे, इसके लिए सभी जिला परिषद पदाधिकरी सम्बंधित वार्डों में स्वयं उपस्थित रहकर उनका सहयोग प्रदान करेंगे। बैठक में प्रसताव पारित कर मुख्यमंत्री महोदय से अनुरोध करते हुए जिला परिषद पदाधिकारियों को कोविड-19 टीकाकरण के कार्य में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से भागीदारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया ताकि टीकाकरण का लाभ प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक को मिल सके।
इसके अतिरिक्त वर्चुअल बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिला परिषद सदस्य किसी भी कोरोना मरीज की मृत्यु होने पर उसकी मदद के लिए सम्बंधित वार्ड में उपस्थित रहें। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले कोरोना से ग्रस्त मरीज जो कि अति निर्धन है तथा अस्पताल जाने के लिए निजी वाहन नहीं ले जा सकते है तो ऐसी अवस्था में जिला परिषद वाहन उनके मुख्य कार्यालय से मरीज के निजी आवास से लाने में उपयोग किया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही फोन नम्बर सार्वजानिक किया जाएगा। इस हेतु निदेशक पंचायती राज विभाग हिमाचल प्रदेश, शिमला से बर्चुल बैठक के माध्यम से प्रस्ताव पारित कर जिला परिषद वाहन को उपरोक्त कार्य हेतु उपयोग में लाने के लिए स्वीकृति प्रदान करने को लेकर भी आग्रह किया गया। पंकज परमार ने जिलावासियों से भी अपील की है कि सरकार व जिला प्रशासन के दिशा निर्देशों की इमानदारी के साथ अनुपालना करें। अनावश्यक घरों से बाहर न निकले और अच्छे से मास्क का उपयोग करें। उन्होंने किसानों व बागवानों से आग्रह किया है कि वे अपनी फसलों व बागवानी का कार्य करें, लेकिन बाजारों की ओर बिना अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य के न आए। अपने को सुरक्षित रखें और परिजनों को भी संक्रमण से बचाने में सहयोग करें।
2021-05-17