87 प्रधानमंत्रियों के मुकाबले अकेले काम कर रहे नरेंद्र मोदी – सुरेंद्र शौरी 

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सुरभि न्यूज़ कुल्लू। यूरोप व नॉर्थ अमेरिका के 87 देशों की 134 करोड़ की जनसंख्या के बराबर अकेले भारत की ही जनसंख्या 135 करोड़ है तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन 87 देशों के मुकाबले बेहतर कार्य करते हुए देश को कोरोना संकट से निकालने के लिए अपनी सरकार के साथ दिन रात डटे हैं। यह बात बंजार विधानसभा क्षेत्र विधायक सुरेंद्र शौरी ने कही। उन्होंने कहा कि यूरोप में 48  देश हैं तथा कोरोना के 4.45 करोड़ केस है तथा 10.11 लाख लोगों की मृत्यु हुई है, तथा इन देशों की जनसंख्या 75 करोड़ के करीब है। वही नॉर्थ अमेरिका में 39 देश हैं। उन देशों में 3.82 करोड़ कोरोना केस है जिसमें 8.6 लाख लोगों की मृत्यु कोरोना  से हुई है तथा इन देशों की जनसंख्या 59 करोड़ है। कुल मिलाकर इन 87 देशों में 8.27 करोड़ कोरोना मरीज़ है जब कि 18.71 लाख लोगों मृत्यु हुई है तथा कुल आबादी इन देशों की 134 करोड़ है। वहीं इसके विपरीत है भारत में कोरोना के 2.27 करोड़ हैं तथा 2.46 लाख लोगों की मृत्यु कोरोना के चलते हुई है, जबकि हमारे विशाल देश की आबादी 135 करोड़ है। उन्होंने कहा कि 87 देशों की जितनी जनसंख्या है उतनी तो अकेले हिंदुस्तान की है तथा फिर भी हिंदुस्तान में 87 देशों के मुकाबले कोरोना मरीज़ भी कम है तथा इन 87 देशों के मुकाबले यहां लोगों की मृत्यु भी कम हुई है। उन्होंने कहा कि एक तरफ 87 देश है और एक तरफ अकेला हिंदुस्तान इस महामारी से बेहतर तरीके से लड़ रहा है तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में जितने संसाधन उपलब्ध है उसमें भारत वासियों की जान की रक्षा बेहतर तरीके से की जा रही है। उनका कहना है की सरकार दिन-रात कोविड महामारी से निपटने के लिए सतर्क है जिसमें सरकार के अफसर, चिकित्सक, फ्रंटलाइन वॉरियर्स, एन जी ओ व भारतीय जनता पार्टी संगठन के कार्यकर्ता शामिल है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को इस दौरान विरोध करने को कोई मुद्दा नहीं रहा तथा निम्नस्तर की बयानबाजी करके देश के प्रधानमंत्री की छवि धूमिल करने पर उतरे जो कि सही नहीं। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री सीधे मरीजों से संपर्क बनाए हुए हैं तथा स्थिति को बेहतर ढंग से संभालने में कोई बाकी कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि यूरोप व नॉर्थ अमेरिका के 87 देशों के मुकाबले भारत की स्थिति बहुत बेहतर है।

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