सुरभि न्यूज़ कुल्लू। विगत 15 मई को प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ किए गए आयुष घर-द्वार कार्यक्रम का कुल्लू जिला में सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है। यह बात जिला आयुर्वेद अधिकारी डाॅ. बिहारी लाल ने कार्यक्रम को लेकर गठित समूहों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होेंने कहा कि जिला में होम आइसोलेशन में 746 लोग अभी तक कार्यक्रम से जुड़ चुके हैं। जिलाभर में कार्यक्रम के संचालन के लिए विभिन्न 29 समूह बनाए गए हैं। प्रत्येक समूह एक आयुर्वेद चिकित्सक की निगरानी में कार्य कर रहा है। डाॅ. बिहारी ने कहा कि कार्यक्रम के तहत जिला में आइसोलेशन में कोविड मरीजों के लिए योग व प्राणायाम क्रियाओं के चार विभिन्न सत्र हर रोज लगाए जा रहे हैं और इन सत्रों में अलग-अलग समय में लगभग सभी आइसोलेशन मरीज अवश्य जुड़ रहे हैं और स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम से आर्ट आफ लीविंग संस्था तथा सेवा भारती संस्था को जोड़कर उनका सहयोग लिया जा रहा है। आर्ट आफ लीविंग के प्रशिक्षक नित्य प्रति मरीजों के लिए प्राणायाम क्रियाएं करवा रहे हैं। प्राणायाम करवाने का मुख्य उद्देश्य मरीजों में आक्सीजन स्तर को बढाना है। जिला आयुर्वेद अधिकारी ने कहा कि सत्र के दौरान चिकित्सकों द्वारा मरीजों की काउसंलिग भी की जा रही है। उनका मनोबल बढ़ाने का काम किया जा रहा है। उनकी समस्याओं का निदान किया जा रहा है और स्वास्थ्य संबंधी परामर्श भी चिकित्सक मरीजों को दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद विभाग की देखरेख में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जिला मेें दो कोविड केयर सेंटर कार्यरत हैं। इनमें एक वैष्णो माता मंदिर परिसर में 50 बिस्तरों का तथा दूसरा 40 बिस्तरों का रायसन में स्थापित किया गया है। वैष्णो देवी परिसर में मौजूदा समय में केवल 6 कोरोना के मरीज उपचाराधीन हैं। कोविड केयर सेंटरों की देखभाल के लिए आयुर्वेद विभाग के 39 चिकित्सव व 50 फार्मासिस्ट सेवाएं दे रहे हैं। आयुष घर-द्वार कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डाॅ. मनीष सूद ने कहा कि चार अलग अलग सत्रों में आइसोलेशन मरीजों को आर्ट आफ लीविंग के प्रशिक्षकों के सहयोग से श्वसन क्रियाएं करवाई जा रही हैं ताकि उनके आॅक्सीजन स्तर में सुधार हो।
2021-05-22