सुरभि न्यूज़ केलांग। जनजातीय ज़िला लाहौल-स्पीति में कोविड- 19 संक्रमितों के मामलों में अब कमी आना शुरू हो रही है साथ ही कोविड से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। यह बात उपायुक्त लाहौल स्पीति पंकज राय ने कोविड -19 टीकाकरण के सम्बंध में जानकारी देते हुए कही। उन्होंने बताया कि ज़िला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से पिछले दिनों कोविड के बढ़ रहे मामलों पर नियंत्रण पाने के लिए लाहौल में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का कोविड टेस्ट अनिवार्य किया गया है और इसके लिए सिस्सु में कोविड टेस्टिंग केंद्र स्थापित करके प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक प्रत्येक आगन्तुक का कोविड टेस्ट किया जा रहा है। इसके साथ ही इस टेस्टिंग केन्द्र पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा लाउडस्पीकर के माध्यम से कोविड नियमों से सम्बंधित जागरूकता के लिए जानकारी भी दी जा रही है। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर के कारण बाहर से आने वाले कामगारों की बड़ी संख्या में प्रवेश को देखते हुए प्रशासन ने काफ़ी समय पूर्व ही बाहर से आने वाले कामगारों के लिए कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिए थे जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम मनाली में तैनात कर दी गई थी। उसके बाद ज़िला प्रशासन ने एक कदम और आगे बढ़कर प्रत्येक आगन्तुक के लिए सिस्सू हेलिपैड में एक टेस्टिंग सेन्टर स्थापित कर कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी ज़िले में सक्रिय मामलों की संख्या 93 है, तथा संक्रमितों के स्वास्थ्य में तेज़ी से सुधार हो रहा है। ज़िला कोविड केयर सेन्टर में क़वारन्टीन किये गए सभी कोविड मरीज़ों को स्वच्छ, पौष्टिक एवं सन्तुलित आहार सुनिश्चित करने के लिए चार अधिकारियों की एक कमेटी का गठन किया गया है। जिनकी देखरेख में, रेडक्रोस सोसाइटी के माध्यम से सभी मरीज़ों को स्वच्छ भोजन सहित आहार में फल, सूप (शाकाहारी व मांसाहारी),अंडा आदि दिया जा रहा है। प्रत्येक कोविड केयर सेंटर के कॉमन रूम में मनोरंजन के लिए टेलिविज़न व स्वास्थ्यप्रद संगीत की व्यवस्था भी की गई है। उपायुक्त ने बताया कि साठ वर्ष से ऊपर की उम्र व दिव्यांग लोगों के लिए कोविड टीकाकरण केन्द्र तक आवागमन के लिए निःशुल्क आने -जाने के लिए वाहन की व्यवस्था की गई है। साथ ही प्रत्येक टीकाकरण के दिन सभी लोगों को जूस व केला दिया जा रहा है। उपायुक्त ने बताया कि सभी होम क्वारन्टीन लोगों को भी आयुष काढ़ा प्रदान किया जा रहा है तथा उन्हें दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क कर के चिकित्सकीय परामर्श भी दिया जा रहा है। अधिकाधिक लोगों को ‘आयुष घर द्वार’ कार्यक्रम के बारे में भी जानकारी दी जा रही है जिससे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे जूम , व्हाट्सएप्प, गूगल मीट के माध्यम से वर्चुअल समूह बनाकर होम आइसोलेशन व संस्थागत क्वारन्टीन के अंतर्गत कोविड -पॉजिटिव रोगियों से जुड़कर योग की, विधियों से अवगत कराया जा रहा है। यदि किसी को किसी भी प्रकार की असुविधा या आवश्यकता हो तो वे किसी भी समय ज़िला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के टोल फ्री नम्बर 1077 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
2021-06-01