शिक्षा मंत्री एनआईसी कुल्लू से बर्चुअली माध्यम से टास्क फोर्स सदस्यों के साथ हुए रू-ब-रू

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सुरभि न्यूज़ कुल्लू। शिक्षा, भाषा, कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने एनआईसी कुल्लू से वर्चुअल माध्यम से कोरोना संक्रमण के बचाव तथा लोगों को जागरूक करने के उददेश्य से ग्रामीण स्तर पर गठित की गई टास्क फोर्स के सदस्यों के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि गामीण स्तर पर गठित की गई टास्क फोर्स के तमाम सदस्य जिसमें आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, वार्ड पंच, प्रधान, उप प्रधान, बीडीसी मैंबर तथा अन्य सामाजिक संस्थाओं के सदस्य जुड़े हैं, गत डेढ़ वर्ष से लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाने व जागरूक करने के लिए बेहतर कार्य कर रहे हैं, परिणामस्वरूप कुल्लू जिला में सबसे कम कोरोना के मामले आए हैं। शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को प्रदेश की 70 लाख जनता की चिंता है। कोरोना से लोगों के जीवन को कैसे बचाया जा सकता है, इसके लिए प्रतयेक पंचायत में वह वार्ड स्तर पर कोरोना पाॅजीटिव मरीजों को प्रदान की जा रही सुविधाओं, उपचार तथा उनकी अन्य जरूरतों को लेकर नियमित रूप से माॅनीटरिंग कर रहे हैं। हर जिला के उपायुक्त, एसपी तथा सीएमओ के साथ प्रत्येक जिला में आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धदता, स्वास्थ्य सेवाओं, सुविधाओं तथा कोरोना से सम्बंधित संपूर्ण जानकारी बर्चुअल माध्यम से बैठकों का आयोजन कर ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि उपायुक्त कुल्लू तथा सीएमओ द्वारा इस वर्चुअल बैठक के माध्यम से टास्क् फोर्स के सदस्यों को होम आईसोलेशन में रह रहे कोरोना पाॅजीटिव मरीजों के लिए बहुत ही सरल शब्दों में तथा बहूमूल्य जानकारियां प्रदान की गई। उन्होंने उपायुक्त को ऐसी वर्चुअल बैठकें खंड स्तर भी आयोजित करने को कहा ताकि प्रत्येेक व्यक्ति तक को जानकारी हासिल हो सके। कोरोना से डरना नहीं है, बल्कि व्यक्तित स्वच्छता, मास्क का प्रयोग, दो गज की सामाजिक दूरी तथा प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर समय-समय पर जारी की गई मानक संचालन प्रक्रिया को अपनाना है। उन्होंने कहा कि विकास खंड अधिकारी खंड स्तर पर 10 से 20 लोगों की टास्क फोर्स बनाकर बेहतर तालमेल तथा समन्वय के साथ समाज में अधिक से अधिक लोगों को बेहतर ढंग से जागरूक कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर शादियों के आयोजन से कोरोना के अधिक मामले बढ़े। लोगों में अंध विश्वास को दूर करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला में अन्य जिलों की अपेक्षा कोरोना संक्रमण के काफी कम मामले पाए गए हैं तथा औसतन आंकड़ा 100 से अधिक नहीं गया। गोविंद ठाकुर ने कहा कि वह प्रतिदिन जिला के ग्रामीण स्तर पर गठित टास्क फोर्स के सदस्यों तथा होम आईसोलेशन में कोराना पाॅजीटिव मरीजों से मोबाईल पर बात करते हैं तथा उनकी हर समस्याओं को हल करते हैं। इससे उनका हौसला बढ़ता है तथा वे स्वयं को अकेला महसूस नही करते हैं। उन्होंने कहा कि वे मिशन अस्पताल मनाली तथा आरएच कुल्लू में गत दिवस ही 65 से अधिक मरीजों से मिले तथा सभी ने जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रदान की जा रही सेवाओं तथा सुविधाओं को लेकर सभी ने संतोष एवं खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि टास्क फोर्स के सदस्य गांवों में लोगों अधिक से अधिक लोगों को टेस्टिंग के लिए जागरूक करें। लोग प्राणायाम को अपनाएं, बिना डाॅक्टर की सलाह के दवाई न लें। किसी भी नीम-हकीम के चक्कर में न पड़ें। समाज में टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमैंट तथा वैक्सीनेशन के लिए सकारात्मक सोच पैदा करें। लोगों को अधिक भीड़-भाड़ वाले स्थानों, बाजार, सार्वजनिक स्थानों पर न जाने को जागरूक करें। हमेशा मास्क का प्रयोग करें, सामाजिक दूरी बनाए रखें, अपने हाथ सावुन तथा पानी के साथ अच्छी तरह से धोएं, सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया की अनुपालना को सुनिश्चित करें तथा समाज में किसी प्रकार के भय का माहौल पैदा न करें। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर बच्चों को अधिक प्रभावित करेगी। इसे लेकर जिला में स्वास्थ्य आधारभूत संरचना को और सुदृढ़ किया जाएगा। क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में निर्माणाधीन मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य देखभाल भवन का निर्माण कार्य तेजी से चला हुआ है। जरूरत पड़ने पर इस भवन का प्रयोग किया जा सकता है। इससे पहले उपायुक्त डा. ऋचा वर्मा ने जिला में कोरोना संक्रमण को लेकर किए गए उपायों को लेकर विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने टास्क फोर्स के सदस्यों को होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों की समय-समय पर देखभाल, दवाई, खान-पान, स्वच्छता, आक्सीजन जांच, तापमान, शौचालय प्रयोग, विटामिन सी युक्त फल-सब्जियों का अधिक सेवन करने, प्रोनिंग जिसमें पीठ के बल लेटकर आक्सीजन स्तर को बढ़ाने बारे भी विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि टास्क फोर्स के सदस्य गांव में अन्य समाजसेवी लोगों को अपने साथ जोड़कर लोगों में टेस्टिंग तथा वैक्सीनेशन को लेकर भांतियों को दूर करें। समय पर टेस्टिंग तथा उपचार से ही कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है। लोगों को बताएं कि वे डाॅक्टरों की बातों को मानें तथा बुखार, खांसी, गला दर्द, बदन दर्द, सिर दर्द जैसे लक्ष्ण आने पर तुरंत आशा वर्कर अथवा अपने नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में संपर्क करें। जिला प्रशासन के हेल्पलाईन नम्बर 1077 पर भी संपर्क किया जा सकता है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील चन्द्र शर्मा ने भी सदस्यों को होम आईसोलेशन में रह रहे कोरोना पाॅजीटिव मरीजों की बेहतर देखभाल को लेकर बहूमूल्य जानकारी प्रदान की तथा अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित करने को कहा। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पशु पालन, दूर संचार, बिजली, रेलवे, खाद्य नागरिक आपूर्ति, गैस एजेंसी, एनसीसी कैडेटस, कैदी, ईपीएफओ, कौशल उद्योग, अग्निशमन, वन, आईपीएच, पीडब्ल्यू, बकील, कोविड डयूटी स्वयसेवी बिना स्लाॅट बुकिंग के हर मंगलवार, शुक्रवार तथा शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थापित किसी भी वैक्सीनेशन केन्द्र पर वैक्सीनेशन करवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें सरकार द्वारा निर्धारित किया गया फारमेट सम्बंधित अधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित साथ लाना होगा। इस अवसर पर जिला परियोजना अधिकारी एवं उप निदेशक डीआरडीए सुरजीत सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहे।

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