राजकीय महाविद्यालय कुल्लू की रोवर एवम रेंजर्स तथा एन सी सी ईकाई द्वारा कोरोना महामारी पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय वेबिनार आयोजित

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सुरभि न्यूज़ कुल्लू। इतिहास में कई बार महामारी के दौर आए होंगे लेकिन इतनी घातक और गंभीर बीमारी कभी नहीं हुई होगी जिसने संपूर्ण विश्व को झकझोर कर रख दिया हो। यह बात शिक्षा, भाषा, कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने मनाली से प्रदेश के राॅवर्स एंड रैंजर एनसीसी यूनिट के हजारों प्रतिभागियों के साथ वर्चुअल माध्यम से परिसंवाद किया। कार्यक्रम का आयोजन राजकीय महाविद्यालय कुल्लू द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि आज मानव जाति के समक्ष जिस तरह की चुनौती आ खड़ी हुई है उसमें हम सभी को एकजुट होकर जितना हमसे हो सके, लड़ने के लिये एकजुट होना पड़ेगा। इस धरती पर जितने भी जीव हैं उन में सिर्फ मनुष्य में ही वो ताकत है कि वह अगर चाहे तो किसी भी आपदा से बाहर निकल स्कता है और साथ ही सृष्टि को बचाने की क्षमता रखता है। मुझे उम्मीद ही नही बल्कि पूरा विश्वास है कि आप सभी इस वेबनार के द्वारा, इस चुनौती से उबरने के तरीकों पर बात करेंगे और हिमाचल के घर-घर तक विद्यार्थियों के द्वारा यह उपाय और इनसे निकले निष्कर्ष पहुंचेंगे जो अन्ततः मानवता को बचाये रखने में सहायक सिद्ध होंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोराना ने संपूर्ण विश्व की अर्थव्यवस्था तथा मानव सभ्यता को प्रभावित कर रख दिया है। ऐसी कभी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी कि इस प्रकार की महामारी आएगी जिसके कारण मनुष्य बचाव के लिए एक दूसरे से मिलना बंद कर देगा, दूरियां बढ़ जाएंगी तथा जितना कम घर से निकलेगा स्वयं भी सुरक्षित रहेगा और दूसरों की सुरक्षा का कारण भी बनेगा। वर्तमान में विश्व में कोराना महामारी के कारण 17.6 करोड़ लोग संक्रमित हुए तथा 40 लाख लोगों की मौत हो गई। इसी कड़ी में हमारे देश भारत में भी डेढ़ करोड़ से अधिक लोग कोराना महामारी से संक्रमित हुए तथा पौने चार लाख लोगों की दुखद मृत्यु हुई। हिमाचल प्रदेश में भी एक लाख 98 हजार लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए तथा 3 हजार 391 लोगों की दुखद मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का पहला दौर इतना भयावह नही था जितना कि इसका दूसरा दौर रहा। पहले दौर में एक वर्ष तक कोरोना से संक्रमित लोगों की मौत का आंकड़ा 282 था जो वर्ष 2021 में दूसरे दौर के दौरान 3-4 महीने में ही 2 हजार 300 तक पहुंच गया। कोराना का दूसरा चरण पहले चरण की तुलना में अधिक खतरनाक रहा तथा इस दौरान लोगों के जीवन को काफी नुक्सान हुआ। पहले चरण में बड़ी आयु के कोराना संक्रमित लोगों की मौत हो रही थी लेकिन दूसरे चरण में अधिकतर 45 वर्ष से कम व 18 साल से कम आयु के बच्चे भी संक्रमित हुए हैं। गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि महत्वपूर्ण विषय पर आयोजित किए जा रहे इस तीन दिवसीय वेबीनार में अनेक विषयों पर चर्चा की जाएगी। एनसीसी विंग, भारत सकाउट एंड गाईड में 15 से 25 साल के नौजवान हैं जोे दुनिया में किसी भी तरह का परिवर्तन लाने में अग्रमी भूमिका निभा सकते हैं। नौजवानों की कोराना काल के दौरान मास्क बाँटने के काम, घर-2 में जरूरतमंद को राशन पहुंचाने का काम, अस्पताल में रक्त की कमी को पूरा करने के लिए रक्तदान कैंपों में सहभागिता रही है। कोराना महामारी के कारण अधिकतर लोगों में बढ़ते मानसिक तनाव को कम करने में भी इन युवाओं की विशेष भूमिका रही है। अगले तीन दिन में इस वैबीनार में नवयुवक जुड़ेगे। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन कोरोना के खतरों से मानव सभ्यता को बाहर निकालने में अग्रणी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे कठिन दौर में इस महामारी के चलते घर पर बैठे विद्यार्थियों के लिये इस महत्वपूर्ण वेबिनार आयोजित करने के लिये बधाई दी जो इस तरह का आयोजन करके अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वाह कर रहे हैं। एक शिक्षक कितनी तरह की चुनौतियों से लड़ने के लिये विद्यार्थियों को तैयार कर सकता है इसके लिये ज्यादा कहने की आवश्यकता नहीं है,आपके इस वेबिनार के द्वारा यह स्पष्ट ही है। इस अवसर पर राजकीय महाविालय कुल्लू के प्राचार्य प्रो. बंदना वैद्य ने शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर को अवगत करवाया कि राजकीय महाविद्यालय कुल्लू की रोवर एवम रेंजर्स ईकाई तथा एन सी सी ईकाई मिलकर कोरोना महामारी पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के वेबिनार का आयोजन करने जा रही है जिसमे पहले दिन डाॅक्टर सत्यव्रत (रीजनल हास्पिटल कुल्लू) कोरोना महामारी पर अपना व्याख्यान देंगे और इसकी जानकारी देंगे। दूसरे दिन गुरुनानक देव विश्वविद्यालय अमृतसर के मनोवैज्ञानिक विभाग के प्रोफेसर डाॅक्टर दविन्द्र सिंह जोहल, छात्र छात्राओं को कोरोना बीमारी के दौरान हमें अपने कौन कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए, इस दौरान हमारी सोच कैसी होनी चाहिए एवम हम अपना आत्मबल कैसे बनाये रखें आदि विषयों पर अपना व्याख्यान देंगे। वेबिनार के तीसरे अर्थात अंतिम दिन बच्चों का साक्षात्कार उन व्यक्तियों से करवाएंगे जो इस बीमारी से लड़े और अब स्वस्थ लाभ ले रहे हैं।

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