मानसून के दौरान आपदाओं से निपटने के लिए तैयारियां पूर्ण-डा.ऋचा वर्मा

Listen to this article

सुरभि न्यूज़ कुल्लू। उपायुक्त डा. ऋचा वर्मा ने आज मुख्य सचिव की अध्यक्षता में मानसून के दौरान विभिन्न आपदाओं से निपटने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में भाग लिया। कुल्लू जिला के सम्बंध में विभिन्न प्रकार की आपदाओं से निपटने की तैयारियों पर उपायुक्त से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिला में इस सम्बंध में पहले से ही तैयारियों कर ली गई हैं और सभी लाईन विभागों को उनकी जिम्मेवारियां सौंप कर हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। ऋचा वर्मा ने बताया कि जिला में 933 पेयजल आपूर्ति योजनाएं, 1 हजार 383 हैंडपम्प, 67 सिंचाई योजनाएं तथा 3 मल निकासी योजनाएं हैं जिनके संचालन के लिए 1241 कर्मचारी तैनात हैं। 36 पेयजल योजनाएं संवेदनशील हैं जो मानसून के समय प्रभावित हो सकती हैं। लोक निर्माण विभाग के पास 750 श्रम शक्ति है। 6 जेसीबी, 9 टिप्पर तथा 3 डोजर पहले ही भु-स्खलन बाले स्थलों पर तैनात कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग वीएचएफ सैट सेिहत पहले से ही तैनात है। पुलिस ने भु-स्खलन व बाढ़ संभावित क्षेत्रों को चिन्हित कर लिया है। सभी पुलिस उप अधीक्षकों को सम्बंधित उपमंडलों में नोडल आफिसर बनाया गया है। इसी प्रकार सभी विभागों ने भी अपने-अपने नोडल अधिकारी नियुक्त कर लिए हैं। उपायुक्त ने कहा कि जल शक्ति विभाग ने 20 मीट्रिक टन बलीचिंग पाउडर की उपलब्धदता सुनिश्चित कर ली है और सभी मंडलों में वितरित किया गया है। जिला में दवाईयों की पर्याप्त उपलब्धदता है। जिला के भंडारण केन्द्रों में 200 मीट्रिक टन आवश्यक वस्तुओं का भंडारण मौजूद है। इसी प्रकार एलपीजी गैस और पेट्रोल भी जिला में पर्याप्त मा़त्रा में है। ऋचा वर्मा ने एक बार फिर से सभी विभागों को उनसे सम्बंधित डाटा सांझा करने के निर्देश दिए हैं । उन्होंने विद्युत परियोजनाओं के अधिकारियों से कहा है कि पानी के डिस्चार्ज की सूचना समय पर सभी हितधारकों, स्थानीय लोगों व पंचायती राज संस्थानों को दी जानी चाहिए। उन्होंने किसी भी प्रकार के नुक्सान की हर रोज रिपोर्ट प्रस्तुत करने को भी कहा है। उन्होंने कहा कि यदा-कदा सैलानी नदी-नालों के समीप सैल्फी इत्यादि के लिए जाते हैं और अचानक जल स्तर बढ़ने अथवा फिसलन के कारण जान जोखिम में डालते हैं। उपायुक्त ने होटलियरों, टैक्सी चालकों तथा स्थानीय लोगों से आग्रह किया है कि वह जिला की भौगोलिक स्थिति के बारे में बाहरी प्रदेशों से आने वाले सैलानियों को भी बताएं तथा उन्हें सतर्क करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *