सुरभि न्यूज़ (खुशी राम ठाकुर) बरोट। प्रदेश सरकार एक ओर जहाँ जल जीवन मिशन के तहत हर नल लगाने का दावा करते हुए नहीं थक रही है। मगर धरातल में सच्चाई कुछ ओर ही आ रही है। चौहार घाटी तथा छोटाभंगाल घाटी की बात की जाए तो प्रदेश सरकार ने इस योजना के तहत हर नल लगाने तथा अन्य सभी पानी की समस्या को सुलझाने के का कार्य सरकार ने ठेकेदारों को सौंप रखा है। जिस कारण कई ठेकेदारों ने कार्य को करने में अपनी तेज़ी जारी रखी हुई है मगर कई ठेकेदारों द्वारा पानी के मुख्य सोर्स से मात्र पाईप लाइन बिछाने के सिवाए कार्य को आगे ही नहीं बढ़ा रहे हैं। जिस कारण पानी के नल के ज़रूरतमंद लोगों को सरकार के प्रति गहरा रोष व्याप्त है। इसके साथ छोटाभंगाल घाटी में यह भी देखने को मिला है कि राजनीति में खासी पेंठ रखने वाले कुछ एक पंचायत प्रधान ठेकेदारों पर राजनीतिक दबाव डालते हुए गरीब तबके के जरूरतमंद लोगों को दरकिनार कर मात्र अपने चहेतों का ही भला करवा रहे है। जो कि सरासर अन्याय ही किया जा रहा है। जिसका तरोताजा उदहारण छोटाभंगाल घाटी की बड़ा ग्रां पंचायत के गाँव नलहौता में देखने को मिला है। नलहौता गाँव की महिला मंडल नलहौता की प्रधान रमिता देवी ने बताया कि उनके साथ उनके गाँव गाँव की सोनिया देवी पत्नी कंछी राम ने इस योजना का लाभ लेने के लिए अपने घरों मे नल लगाने के लिए एक प्रार्थना पत्र सौंपा था मगर स्थानीय प्रधान की संकीर्ण सोच तथा उनके द्वारा ठेकेदार पर दबाव डालने के कारण तीन माह तक उनके घरों मे नल ही लग पाया। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रधान ने सरेआम मेरी मर्ज़ी के बगैर आपके घरों में कभी भी नल नही लग सकता है। जिस पर रमिता देवी सहित सोनिया देवी ने मायूस होकर यह समस्या तथा स्थानीय जिला परिषद सदस्य पवना देवी तथा उनके पति व जन कल्याण सभा के प्रदेशाध्यक्ष चुनी लाल को बताई जिसका उन दोनों ने इसका कड़ा संज्ञान लेते हुए जल शक्ति विभाग से मिलकर अब उन दोनों के घरों में मात्र दो दिन में ही नल लगा दिया है। जिसके लिए रमिता देवी तथा सोनिया देवी ने जिला परिषद सदस्य पवना देवी तथा जनकल्याण सभा के प्रदेशाध्यक्ष चुनी लाल का आभार जताया है।
2021-07-27