सुरभि न्यूज़ कुल्लू। जनजातीय विकास मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा ने परिधि गृह में पत्रकारों से प्रेस वार्ता करते हुए जानकारी दी कि लाहुल-स्पीति में भारी बारिश के कारण 72 करोड़ का नुक्सान हुआ जबकि 10 लोंगो की जाने चली गयी। गत 27 जुलाई को लाहौल घाटी में भारी वर्षा के कारण सड़कों पुलों और फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। शांशा से तांदी के बीच अनेक पुलों और राजमार्ग को भारी क्षति हुई जिसमें सड़क पर 5 पुल क्षतिग्रस्त हुए जिनमें 2 पुल पूरी तरह से ध्वस्त हो गए जबकि तीन पुलों को आंशिक नुकसान पहुंचा है जिसके कारण इन क्षेत्रों में 578 लोग फंस गए जिनमें अधिकांश सैलानी थे। डॉ रामलाल मारकंडा की निगरानी में राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चले मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत से सैलानियों को रेस्क्यू करने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की तथा बाहरी प्रदेशों के लगभग 278 पर्यटकों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से घाटी से बाहर निकाला गया। भारी वर्षा के कारण तांदी पुल से मडगरां तक 62 किलोमीटर सीमा सड़क संगठन की सड़क 26 जगहों पर बंद हो गयी तथा रांगवे नाला तथा तोजिंग नाला मैं जबरदस्त बाढ़ आई जिनमें 10 लोगों की मौत हो गई जिसमें आठ के शव निकाले गए। फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है 60% नकदी फसलें तबाह हो गई तथा वैकल्पिक मार्गो झूलो व जिपलाइन से लोगों को रेस्क्यू किया गया और अब इन वैकल्पिक साधनों को फसलों की परिवहन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लाहौल की जनता को संबोधित किया तथा राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया और हर संभव सहायता प्रदान करने को कहा और फौरी राहत के तौर पर 10 करोड़ की घोषणा सड़कों बिजली पानी परिवहन के लिए लाहौल घाटी को मंजूर की तथा नकदी फसलों के परिवहन के लिए 2500 से 3000 की सब्सिडी प्रदान की गयी। डॉ मार्कंडेय ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार व्यक्त किया है जिनके दिशानिर्देशों एवं संवेदनशीलता के कारण लगभग 95% सड़कें घाटी में बहाल हो चुकी है बिजली पानी और दूरभाष सेवाओं की भी पूरी तरह से बहाली कर ली गई है। उन्होंने बताया कि लाहौल घाटी को इस वर्षा के कारण 72 करोड़ का नुकसान सड़को के खराब होने से पहुंचा है इसमें 28 करोड का नुकसान नकदी फसलों को पहुंचा है।
2021-08-08