सुरभि न्यूज़ कुल्लू । जिला दिव्यांगता पुनर्वास केन्द्र (डीडीआरसी) कुल्लू द्वारा दिव्यांगजनों को प्रदान की जा रही सेवाओं तथा सुविधाओं को लेकर प्रगति समीक्षा बैठक आज उपायुक्त आशुतोष गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित की गई जिसमें इस केन्द्र के माध्यम से गत वर्ष अप्रैल से मार्च, 2021 तक दिव्यांगजनों के लिए प्रदान की गई सेवाओं तथा सुविधाओं पर जिला प्रबंधन टीम के साथ विस्तार से चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि भारत सरकार की एडीआईपी योजना के तहत 30 जून, 2021 तक 7 लाख 99 हजार 442 रूपए व्यय किया जा चुका है। उन्होंने जिला कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि एडीआईपी योजना के तहत वर्ष, 2021-22 के लिए ग्रांट-इन-ऐड की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव आॅनलाईन पोर्टल पर जिला रैड क्राॅस सोसायटी (डीआरसीएस) कुल्लू के माध्यम से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग भारत सरकार को भेजा जाए।
बैठक में डीडीआरसी के संचालन एवं रख-रखाव तथा अन्य दायित्वों को पूरा करने के लिए जिला रैड क्राॅस सोसायटी से 5 लाख रूपए देने को निर्णय लिया गया जो कि भारत सरकार से ग्रांट-इन-ऐड की स्वीकृति मिलने के बाद रिक्यूप किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि विभाग दिव्यांगजनों की पहचान तथा उन्हें जरूरत के अनुसार सेवाएं व सुविधाएं प्रदान करने को लेकर डीडीआरसी के अनुभवी व्यक्तियों (प्रोफैसनल) के लिए मासिक लक्ष्य निर्धारित करे ताकि दिव्यांगजनों को समय पर केन्द्र द्वारा प्रदान की जाने वाली तमाम सेवाएं तथा सुविधाएं प्राप्त हो सकें। इसके साथ डीडीआरसी में विभिन्न श्रेणियों के खाली पड़े पदों को भरने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को आगामी प्रक्रिया अपनाने के भी उपायुक्त ने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों की पहचान को लेकर आगामी सितम्बर माह के अंत तक विभिन्न पंचायतों में कैंपों का आयोजन किया जाएगा जिसमें दिव्यांग जनों को कृत्रिम अंग/सहायक उपकरण, पुर्नस्थापन सेवाएं, प्रदान करने क साथ विभिन्न प्रकार की जन कल्याणकारी योेजनाओं तथा कार्यक्रमों की भी जानकारी प्रदान की जाएगी। इसमें पंचायत स्तर पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता/आशा कार्यकर्ताओं तथा पंचायती राज संस्थाओं की एक टीम बनाई जाएगी जो अपनी पंचायत में इन कैंपों में दिव्यांगजनों को पहुंचाने में सहायता करेंगे। उपायुक्त ने बताया कि वर्तमान में डीडीआरसी कुल्लू द्वारा अप्रैल, 2020 से मार्च, 2021 तक शारीरिक चिकित्सा (फिजियोथेैरेपी) के तहत 654 लोगों को कवर किया गया है। इसी प्रकार सपीचथैैरेपी में 22, आॅेडियोथैरेपी में 438 तथा अन्य पुर्नस्थापन सेवाओं के तहत जिसमें चिकित्सा प्रमाण पत्र, यूडीआईडी कार्ड बनाना, स्काॅलरशिप प्रदान करना, स्कूल एडमिशन तथा व्यावसायिक प्रशिक्षण के 474 मामलों की पहचान कर उन्हें सेवाएं प्रदान की गई हैं। इसके अतिरिक्त उपरोक्त अवधि के दौरान 12 पंचायतों में कैंपों का आयोजन कर 233 लोगों को कवर किया गयाा, 200 लोगों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। 100 ऐसे लोगों को जो अपनी सुनने की शक्ति खो चुके थे, का आंकलन किया गया तथा 75 लोगों को सहायता उपकरण वितरित किए गए। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त शिवम प्रताप सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुशील चन्द्र शर्मा , परियोजना अधिकारी एवं उपनिदेशक (डीआरडीए) सुरजीत सिंह , सहायक आयुक्त एस.पी. जसवाल, जिला कल्याण अधिकारी समीर चंद, जिला कार्यक्रम अधिकारी राज कुमारी के अतिरिक्त अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।