सुरभि न्यूज़ (खुशी राम ठाकुर) बरोट। चौहार घाटी तथा छोटाभंगाल घाटी के कुछ गाँवों में किसानों व सब्जी उत्पादकों द्वारा खेतों से नकदी फसल आलू तथा विभिन्न प्रकार अन्य सब्जियां निकालने देने के साथ–साथ मक्की की फसल लगभग तैयार हो रही है परन्तु यहाँ पर जंगली भालूयों का आंतक ज़ारी हो गया है। चौहार घाटी की बरोट पंचायत के गाव थुजी के निवासी वजिन्द्र सिंह, रणवीर सिंह, कमलेश कुमार, चमेल सिंह तथा गाँव तरवाण के निवासी काहन सिंह, कन्हैया राम, रमेश कुमार, मनी राम तथा भक्त राम ने बताया कि प्रति वर्ष की तरह अभी तक जंगली भालू ने किसी भी तरह का जानी नुकसान नहीं किया है लेकिन यहाँ के किसानों के खेतों के बीच ही रात के समय व दिन-दिहाड़े ही मौक़ा पाते ही घूसकर मक्की की फसल को नष्ट करने में बिल्कुल भी नहीं डर रहे हैं। इन किसानों का कहना है कि हालांकि जंगली भालू के आंतक से अपनी नकदी फसल मक्की को बचाने के लिए गाँव स्तर पर दो से चार–चार लोगों का पहरा लगा रखा है मगर उसके बावजूद भी जंगली भालू न जाने कब–कब मौके का फ़ायदा उठाकर मक्की की फसल को चट कर जाते हैं। जिस कारण किसानों का काफी नुक्सान हो रहा है। इन लोगों सहित घाटीवासियों ने स्थानीय विधायक तथा प्रशासन से मांग की है कि मक्की की फसल को नष्ट करने वाले जंगली भालूयों से निजात दिलाने की उपाए किये जाये।
2021-10-14