पूजा ठाकुर कुल्लू। रक्तदान सबसे बड़ा दान है जो किसी व्यक्ति की जान बचा सकता है। समाज में प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान के लिये स्वेच्छा से आगे आना चाहिए। यह बात जिलाधीश आशुतोष गर्ग ने प्रेस क्लब कुल्लू में जिला प्रशासन, प्रेस क्लब तथा री-इमेजिन जिंदगी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित रक्तदान शिविर का विधिवत शुभारंभ करने के उपरांत कही। ‘शहादत को सलाम’ थीम पर आधारित रक्तदान शिविर हाल ही में हैलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए जनरल विपिन रावत सहित अन्य शहीदों को समर्पित किया गया। आशुतोष गर्ग ने कहा कि रक्त की आवश्यकता अस्पतालों में हर समय रहती है। हर रोज अनेक प्रकार की सर्जरी के लिये रक्त की जरूरत पड़ती है। सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में या फिर बहुत सी ऐसी बीमारियां हैं जब रक्त की आवश्यकता रहती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि रक्तदान जैसे पुण्य प्रयोजन के लिये सदैव तत्पर रहें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिविर समय-समय पर आयोजित किए जाने चाहिए। स्वयं सेवी संस्थाएं हो या फिर स्वास्थ्य विभाग पंचायत स्तर तक रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोगों को रक्तदान के लिये प्रेरित किया जा सके और उन्हें रक्तदान के बारे में किसी प्रकार की भ्रांतियों के बारे में समझाया जा सके। उपायुक्त ने रक्तदान शिविर के आयोजन के लिये प्रेस क्लब कुल्लू तथा री-इमेजिन जिंदगी की सराहना की तथा बधाई दी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चन्द्र, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नरेश, डॉ. हीरा लाल व डॉ. शानू महाजन ने बताया कि रक्तदान करने से व्यक्ति को किसी प्रकार की शारीरिक हानि नहीं होती है, बल्कि 48 घण्टे के अंदर रक्त की भरपाई हो जाती है। उन्होंने कहा कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति छः माह में एक बार रक्तदान कर सकता है और यदि एच.बी. अच्छा हो तो 6 माह से पहले भी रक्तदान किया जा सकता है। रक्तदान करने से शरीर में नया रक्त बनता है। उन्होंने कहा कि जल्द ही अस्पताल में रक्त विभाजक स्थापित किया जा रहा है। इस मौके पर महिला पत्रकार आशा डोगरा ने भी रक्तदान किया। फर्स्ट टाइम रक्तदाता आशा बोली, दिल खुश हो गया।ओम प्रकाश ने 102वीं बार रक्तदान किया जो निश्चित तौर पर सभी के लिये प्रेरणादायी है। इतनी बार रक्तदान करने के उपरांत वह अपने आप को और अधिक स्वस्थ महसूस करते हैं। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में कार्यरत पत्रकार आशा डोगरा ने पहली बार रक्तदान किया। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए डोगरा बोली, पुण्य का काम करने से दिल खुश हो गया। उन्होंने कहा कि पहली बार एक अलग सी अनुभूति हुई और वह अन्य महिलाओं को भी रक्तदान के लिये प्रेरित करेंगी।
2021-12-15