सुरभि न्यूज़ चंबा। उपनिदेशक कृषि विभाग चम्बा डॉ कुलदीप सिंह धीमान ने तीसा के किसानों के साथ आज प्राकृतिक खेती के सम्बन्ध में वर्चुअल सेमिनार के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विचार सुने। इस वर्चुअल सेमिनार के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जानकारी दी कि बीज से बाजार तक किसान की आये बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं जिसके लिए करोड़ों रुपयों का प्रावधान किया गया है। प्राकृतिक खेती के इस वर्चुअल सेमिनार के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, गुजरात के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवब्रत ने भी प्राकृतिक खेती के बारे में किसानों को प्रोत्साहित किया। विकास खंड तीसा की ग्राम पंचायत भंजराड़ू के गांव डोभ में उपनिदेशक कृषि विभाग चम्बा डॉ कुलदीप सिंह धीमान ने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि साठ के दशक में एक समय ऐसा था कि जब देश में अनाज की कमी थी । उस समय सिर्फ एक विकल्प निकाला गया कि खेतों में खाद डाल कर पैदावार बढाई जाए और बढ़ती हुई जनसंख्या के लिए अनाज की आवश्यक्ता को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि खाद व कीटनाशक डालने से पैदावार में बढ़ोतरी तो हो गई लेकिन हमारा भोजन दूषित हो गया। इसलिए इस समस्या का समाधान करने के लिए वर्तमान समय में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है । उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती की विधि में जानवरों का गोबर भी खेत में नही डाला जाता क्योंकि उनके के गोबर के साथ साथ जानवरों द्वारा खाये गए घास के बीज भी खेत में पहुंच जाते है और वह बीज भी फसल के साथ उग जाते हैं। जिससे पैदावार कम हो जाती है। इसलिए गोबर के स्थान पर जीवामृत व बीजामृत डाला जाता है। अलग अलग मात्रा में विभिन्न पौधों के पतों से अलग अलग घोल बनाकर फसल की बीमारियों व कीटों पर नियंत्रण किया जाता है। उन्होंने कहा कि इस नवीनतम विधि से भी किसान उतनी ही पैदावार प्राप्त कर सकते जितनी कि उन्हें खाद डालने से प्राप्त होती है। इस विधि से जहां एक और जहर मुक्त पैदावार मिलेगी तो दूसरी ओर खेती करने की लागत में भी कमी आएगी । उन्होंने कहा कि जो भी किसान प्राकृतिक खेती की इस विधि को अपनाना चाहते है वह कृषि विभाग के आत्मा प्रोजेक्ट के अधिकारियों से संपर्क करें।
2021-12-16