
सुरभि न्यूज़ शिमला
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने राजभवन शिमला में आज मलाणा क्रीम उपन्यास का विमोचन किया। मलाणा क्रीम उपन्यास प्रकाशन संस्थान दिल्ली द्वारा प्रकाशित है । इस उपन्यास की पृष्ठभूमि जिला कुल्लू की पार्वती घाटी में व्याप्त चरस माफिया पर है इस उपन्यास की खास बात यह है कि जिस तरह इस उपन्यास के पात्र और परिस्थितियां खुलती है पार्वती घाटी का सामाजिक और सांस्कृतिक परिदृश्य भी खुलता है । जो घाटी महादेव और पार्वती की पौराणिक दंत कथाओं के लिए जानी जाती है वह आज ड्रग तस्करी के लिए जानी जाने लगी है ।

उपन्यास एक पिता और उसके पुत्र के संपूर्ण जीवन पर आधारित उपन्यास है जिसका जीवन पार्वती घाटी में व्याप्त चरस माफिया के इर्द-गिर्द घूमता है दोनों पिता-पुत्र को समय और परिस्थितियां एक ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा करती है जहां एक जेल की सलाखों के पीछे पहुंचता है तो दूसरा नशा निवारण केंद्र की सलाखों के पीछे पहुंच जाता है। फिर यह सलाखें जेल की हो या फिर नशा निवारण केंद्र की, समाज से अलग-थलग इनके पीछे का जीवन भयावह होता है । मलाणा क्रीम उपन्यास पर लेखिका के साथ संवाद का कार्यक्रम ‘भव संवाद’ रोटरी क्लब शिमला में दोपहर बाद आयोजित किया गया ।

भव संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश नशा निवारण बोर्ड के कन्वीनर और एडवाइजर श्री ओमप्रकाश शर्मा ने शिरकत की। भव संवाद कार्यक्रम में पाठकों ने सीधे लेखिका से संवाद किया। पुस्तक के भव संवाद कार्यक्रम के तहत पुस्तक पर परिचर्चा के लिए हिमाचल प्रदेश के सुप्रसिद्ध आलोचक श्री हेमराज कौशिक, वरिष्ठ पत्रकार श्रीमती अर्चना फुल और वरिष्ठ समीक्षक श्रीमती विद्यानिधि छाबड़ा ने पेपर प्रस्तुत किए । पुस्तक पर परिचर्चा में हिमाचल प्रदेश के जाने-माने पत्रकार और लेखकों ने हिस्सा लिया । जिनमें पदमश्री ओमेश भारती, अकादमी सचिव श्री कर्म सिंह, श्री एस आर हरनोट, वरिष्ठ पत्रकार पी सी लोहमी, प्रोग्राम प्रोड्यूसर दूरदर्शन शिमला धारा सरस्वती, मधु शर्मा, अभिमन्यु राणा, उमा नधैक, वंदना राणा, कल्पना गांगटा, सत्यनारायण स्नेही, दिनेश शर्मा, मनीष शर्मा, हितेंद्र शर्मा, कविकुंभ की संपादक सहित प्रदेश के वरिष्ठ लेखक मौजूद रहे।