सुरभि न्यूज़ (खुशी राम ठाकुर) बरोट। बैजनाथ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली छोटाभंगाल घाटी में बड़ा ग्रां, कोठी कोहड़, धरमाण, मुल्थान,लोआई, स्वाड़ तथा पोलिंग सभी सात पंचायतें तथा बड़ाभंगाल की बड़ाभंगाल के नाम की एक पंचायत पड़ती है। प्राप्त जानकारी अनुसार छोटाभंगाल की इन सभी सात पंचायतों की जनसंख्या लगभग 8500 तथा बड़ाभंगाल घाटी की एक पंचायत बड़ाभंगाल की जनसंख्या लगभग 350 है तथा दोनों घाटियों की कुल जनसंख्या 8850 है। इन दोनों घाटियों में कुल 36 गाँव पड़ते हैं। दोनों घाटियों की एक सयुंक्त तहसील मुल्थान पड़ती है। इसके तहत छोटाभंगाल घाटी में स्थित 42 राजस्व महाल है तथा बड़ाभंगाल घाटी में 7 महाल है ऐसे में दोनों घाटियों में कुल 49 राजस्व महाल पड़ते हैं और यहाँ पर राजस्व विभाग के कुल 11 पटवार सर्किल बड़ाभंगाल, राजगुन्धा, बड़ाग्रां, स्वाड़-प्रथम, स्वाड़-द्वितीय, कोठी कोहड़, सरमाण – प्रथम, सरमाण-द्वितीय, मुल्थान, तरमेहर तथा लोआई स्थित है। मगर वर्तमान में तहसील मुल्थान की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। धरमाण, मुल्थान तथा लोआई पंचायत की बीडीसी सदस्य शांता कुमारी, मुल्थान पंचायत के उपप्रधान संजीव कुमार, मुल्थान पंचायत के पूर्व प्रधान भाग सिंह, पोलिंग पंचायत के पूर्व प्रधान रूप चंद, स्वाड़ पंचायत के पूर्व प्रधान लाल सिंह तथा बैजनाथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष सीताराम ठाकुर ज़ारी एक प्रैस ब्यान में बताया है कि वर्ष 2004 में तत्कालीन भाजपा सरकार ने इन आठ पंचायतों के लोगों की बेहतर सुविधा के लिए उपतहसील तथा वर्ष 2011 में तत्कालीन प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने इसका दर्जा बढ़ाकर तहसील मुल्थान को तो स्थापित कर दिया है लेकिन उसके बावजूद भी यहाँ पर सुविधाओं की दरकार है। उन्होंने बताया कि बताया कि जब से तहसील मुल्थान को स्थापित कर रखा है तब से इसका कार्य कानूनगो हट में ही चलाया जा रहा है। यंहा कार्यरत नायव तहसीलदार दो माह पूर्व सेवानिवृत हो जाने के चलते नायव तहसीलदार का पदखली चल रहा है जबकि लगभग तीन माह पूर्व यहाँ पर तैनात तहसीलदार का दूसरी जगह स्थानान्तरण हो जाने के कारण तहसीलदार का पद भी खाली चला हुआ है। इसके साथ–साथ यहाँ पर दफ्तर कानूनगो का एक, क्षेत्रीय कानूनगो के दो पद, क्षेत्रीय कानूनगो के चपरासी के दो पद, तमिल कुलिंदे के तीन पद, तहसील कार्यालय चपरासी के दो पद तथा सुपरिटेडेंट का एक पद भी काफी लंबे समय से खाली चला हुआ है। आजकल यह मुल्थान तहसील कार्यालय मात्र एक दफ्तर कानूनगो कर्मचारी के सहारे चला हुआ है। ऐसे में यहाँ की सात पंचायतों के लोगों का कोई भी सरकारी कार्य नहीं हो पा रहा है जिस कारण लोगों को भारी मुशिकलों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि तहसील मुल्थान कई समस्याओं से घिरी हुई है। उन्होंने सरकार तथा प्रशासन से मांग की है कि तहसील मुल्थान में चली आ रही विभिन्न समस्याओं से जल्द से जल्द निजात दिलवाई जाए। सात पंचायत के लोंगों ने सयुंक्त रूप से सरकार तथा सम्बंधित विभाग को चेतावनी दी है कि अगर एक सप्ताह के भीतर तहसील मुल्थान में खाली पदों को नहीं भरा गया तो वे सरकार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएंगे। इस बारे में बैजनाथ के एसडीएम सलीम आज़म का कहना है कि इसके बारे में विभाग भलीभांति परिचित है। उन्होंने कहा कि जब तक यहाँ पर खली पद नहीं भरे जाते तबतक कार्यों निपटाने के लिए सप्ताह में शुक्रवार व शनिवार को तहसीलदार तथा नायव तहसीलदार को बतौर डेपूटेशन भेजा जा रहा है तथा खली चले आ रहे पदों को भरने का आश्वाशन दिया है। वहीँ बैजनाथ के विधायक मुलखराज प्रेमी ने बताया कि पंचायत प्रतिनीधियों ने इस बारें में उन्हें पहले से ही अवगत करवा दिया है। उन्होंने घाटीवासियों को पूर्ण विशवास दिलवाया है कि बहुत जल्द ही तहसील मुल्थान में खाली पड़े विभिन्न पदों को भर दिया जाएगा।
2022-01-02