सुरभि न्यूज़ कुल्लू। भरत मुनि जयंती के उपलक्ष्य पर ऐक्टिव मोनाल कल्चरल ऐसोसिएशन कुल्लू और संस्कार भारती हिमाचल प्रदेश के तत्वावधान में 14 फरवरी से 19 फरवरी तक आयोजित किए जा रहे नाट्योत्सव के दूसरे दिन युवा रंगकर्मी अंशुल डोगरा ने केहर सिंह ठाकुर के निर्देशन में मनु भण्डारी द्वारा लिखित कहानी ‘सयानी बुआ’ का एकल अभिनय के माध्यम से ऐक्टिव मोनाल ग्रुप की तरफ से सफल प्रस्तुतिकरण किया। यह कहानी एक ऐसी औरत की है जो अपने घर में अनुशासन बनाए रखती है और उसका रौब इतना है कि उसकी मर्ज़ी के बगैर घर में पत्ता भी नहीं हिलता। सब को लगता है कि उसमें भावना नाम की कोई चीज़ नहीं है बस हर काम मशीन की तरह होना चाहिए ठीक समय पर ठीक जगह पर। वह इतनी कंजूस थी कि तीसरी कक्षा की पेंसिल उसने नौंवी कक्षा में आकर खत्म की थी। पर कहानी में मोड़ तब आता है जब उसकी छोटी सी बेटी अनु को बीमारी के कारण हिल स्टेशन पर जा कर रहने की सलाह डाॅक्टर द्वारा दी जाती है। साथ ही ये भी हिदायत दी जाती है कि सयानी बुआ को साथ न जाने दिया जाए, उससे तो उसे और घुटन महसूस होगी। आज सयानी बुआ उसके जाते हुए बहुत भावुक हो जाती है और सभी हैरान हो जाते हैं कि सयानी बुआ के भी आंसू आते हैं। पर जाते जाते अपने पति को हिदायते देती जाती है कि वहां जाकर कैसे कैसे रहना है और साथ ही जो उसके कीमती प्याले हैं उनका भी ख्याल रखना। एक दिन घर पर चिट्ठी आती है तो स्यानी बुआ रोने लगती है सब घबरा गए कि अनु शायद नहीं रही। चिट्ठी इस तरह से लिखी थी कि ऐसा लगता था कि अनु ही न रही होगी। पर कहानी को सुनाने वाला जो सयानी बुआ का भाण्जा है वह भी गंभीर होकर चिट्ठी पढ़ता है यही सोच कर कि अनु नहीं रही होगी। क्योंकि यह लिखा था कि मुझे माफ करना मैं उसे बचा नहीं सका। कल की गाड़ी से घर वापिस आ रहे हैं। लेकिन अन्त में यह लिखा था कि तुम्हारे टी सैट का एक प्याला टूट गया। अनु ठीक है। सुन कर सब हंस पड़ते हैं और सयानी बुआ भी ज़ोर ज़ोर से हंसती है और आज घर में उसे ऐसे हंसते देख कर सब हैरान थे और खुश भी थे। आॅनलाई स्ट्रीमिंग के ज़रिए दिखाई इस प्रस्तुति में कैमरा पर मीनाक्षी और देस राज रहे और आलोक व्यवस्था रेवत राम विक्की की रही, वस्त्र परिकल्पना मीनाक्षी और आलाईन स्ट्रीमिंग वैभव ठाकुर ने की।
2022-02-16