सुरभि न्यूज़ बरोट
खुशी राम ठाकुर
छोटा भंगाल में तहसील मुल्थान कार्यालय में तहसीलदार पी सी कौंडल की अध्यक्षता में व्यापार मंडल, टेक्सी यूनियन मुल्थान, युवक मंडल, मुल्थान पंचायत प्रतिनीधियों तथा मेला आयोजन समीति मुल्थान की संयुक्त बैठक सम्पन हुई। तहसीलदार मुल्थान पीसी कौंडल ने बताया कि टेक्सी यूनियन के सदस्यों ने गाडियां खड़ी करने के लिए उचित जगह प्रदान करने की मांग उठाई। उन्होंने आग्रह किया है कि उन्हें चार टेक्सियों को मुल्थान में स्थित वर्षाशालिका के पास सडक के साथ खडी करने तथा टेक्सी यूनियन की अन्य गाड़ियों को खडा करने के लिए मुल्थान में ही अन्य किसी स्थान को चिन्हित किया जाए। तहसीलदार ने बताया कि मुल्थान में स्थित पंजाब राज्य बिजली बोर्ड के खुले मैदान में जहाँ मेला कमेटी मुल्थान द्वारा 15 अगस्त का मेला आयोजित किया जाता है। उस मैदान में मेले के दौरान टेक्सी स्टेंड के रूप में उपयोग में लाने की बात पंजाब राज्य बिजली बोर्ड के सहायक अभियन्ता से की है। सहायक अभियंता ने अगले सप्ताह तक निरिक्षण करने का बाद अस्थायी तौर पर पार्किंग के लिए आश्वासन दिया है। तहसीलदार ने बताया कि उन्होंने देखा है कि वर्शाशालिका मुल्थान का प्रयोग लोग सीमेंट, रेत, बजरी, अन्य सामाग्री रखने तथा गाड़ियाँ खड़ी करने के लिए किया जाता है जिस कारण यात्रियों को बस का इन्तजार व बस में उतरने–चढ़ने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस बारे में व्यापार मंडल, टेक्सी यूनियन, पंचायत प्रतिनिधियों तथा पुलिस चौकी मुल्थान को निर्देश दिए है कि अवेहलना करने वाले लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही कि जाए। व्यापार मंडल के सदस्य ने बैठक में मामला उठाया कि मुल्थान में होटल मालिक अपना कचरा सेरी नाला तथा उहल नदी में फेंक देते हैं जिससे उहल नदी के किनारे कुछ स्थानों पर कचरे के ढेर लग गए हैं। वहीँ हरि राम निजी क्लिनिक द्वारा भी उपयोग में लाई जाने वाली सिरिंजे भी उहल नदी में बहाई जाती है। इन समस्याओं इसके बारे में चर्चा करने के बाद निर्णय लिया गया है कि मुल्थान पंचायत के प्रधान ने इस समस्या का हल करने का आश्वाशन दिया है। वहीँ व्यापार मंडल तथा उपस्थित सदस्यों ने अवगत करवाया कि लम्बाडग नदी में निर्माणाधीन 25 मेगावाट का पावर प्रोजेक्ट सुरंग से पानी का रिसाव हो रहा वह मुल्थान क्षेत्र के प्राकृतिक जलस्त्रोतों से मिलने के कारण पेयजल गन्दा हो रहा है जिस कारण मुल्थान क्षेत्र में पेयजल की भारी समस्या हो गई है। इसलिए इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए प्रोजेक्ट के अधिकारीयों से बात करके पेयजल की समस्या को दूर किया जाए। उपस्थित लोगों ने अवगत करवाया कि प्रोजेक्ट प्रबंधन द्वारा सुरंग का कार्य घटिया स्तर पर हुआ है। ठेकेदार द्वारा सही किस्म की सामाग्री का इस्तेमाल नहीं किया गया है। सुरंग में पानी डालने के प्रशिक्षण के दौरान पानी के रिसाज़ की सही ढंग से जाँच नहीं की गई। स्थानीय लोगों ने बैठक में आशंका जताई है कि सुरंग के रिसाव से सुरंग के फटने से स्थानीय लोगों के जान माल का नुक्सान हो सकता है। ऐसी स्थिति में प्रशासन द्वारा यथोचित कदम उठाने की सख्त आवश्यकता है। इस बारे में प्रोजेक्ट लम्बाडग के प्रबंधक अशोक खत्री से बात करने पर उन्होंने आश्वासन दिया है कि सुरंग को खाली करवाने कार्य ज़ारी है और सुरंग से पानी को बाहर निकाल दिया जाएगा।