सुरभि न्यूज़ बिलासपुर
विजयराज उपाध्याय
लाडली फाउंडेशन द्वारा जिला मुख्यालय बिलासपुर में एक दिवसीय जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें विशेष रुप से लाडली फाउंडेशन करसोग ब्लॉक के अध्यक्ष ममता ठाकुर ने शिरकत की। लाडली फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने हिमाचली टोपी व माता वैष्णो देवी से लाई चुनरी से उनको सम्मानित किया। करसोग ब्लॉक अध्यक्ष ममता ठाकुर ने कहा कि राष्ट्र निर्माण गतिविधियों में महिलाओं की भूमिका को ध्यान में रखते हुए सरकार ने वर्ष 2001 को महिला सशक्तिकरण वर्ष घोषित किया था और महिलाओं को स्वशक्ति प्रदान करने की राष्ट्रीय नीति अपनायी थी। इस मौके पर लाडली फाउंडेशन के राज्य उपाध्यक्ष निर्मला राजपूत ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की जरुरत इसलिये पड़ी क्योंकि प्राचीन समय से भारत में लैंगिक असमानता थी और पुरुषप्रधान समाज था। महिलाओं को उनके अपने परिवार और समाज द्वारा कई कारणों से दबाया गया तथा उनके साथ कई प्रकार की हिंसा हुई और परिवार व समाज में भेदभाव भी किया गया ऐसा केवल भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी दिखाई पड़ता है। एक दिवसीय सेमिनार में लाडली फाउंडेशन जिला कार्यकारी अध्यक्ष रेखा बिष्ट ने कहा कि महिलाओं के लिये प्राचीन काल से समाज में चले आ रहे गलत और पुराने चलन को नये रिती-रिवाजों और परंपरा में ढ़ाल दिया गया था। भारतीय समाज में महिलाओं को सम्मान देने के लिये माँ, बहन, पुत्री, पत्नी के रुप में महिला देवियो को पूजने की परंपरा है लेकिन इसका ये कतई मतलब नहीं कि केवल महिलाओं को पूजने भर से देश के विकास की जरुरत पूरी हो जायेगी। लाडली फाउंडेशन के जिला महासचिव किरण शर्मा ने कहा कि आज जरुरत है कि देश की महिलाओं का हर क्षेत्र में सशक्तिकरण किया जाए जो देश के विकास का आधार बनेंगी। इस मौके पर समाजिक कार्यकर्ता सुनंदा सुद, पंडित सत्यदेव शर्मा, अन्वेष शर्मा, अनन्या, समाजिक कार्यकर्ता व अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे।