सुरभि न्यूज़
कुल्लू
उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने आज कुल्लू के समीप सारी-भेखली वन रेंज में देवदार का पौधा लगाकर हरियाली उत्सव का शुभारंभ किया। उत्सव का आयोजन जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा वन विभाग के सहयोग से किया गया। इस दौरान देवदार, अखरोट व रीठा के कुल 1000 पौधों का रोपण किया गया। इनमें 400 पौधे देवदार के, 200 रीठा, 200 दाडू व 200 पौधे अखरोट के लगाए गए। हरियाली उत्सव में सारी-कोठी गांव के महिला मण्डल, पंचायत, युवा मण्डल दुर्गानगर व स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने पौधरोपण कार्य में योगदान किया।
आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिला में इस साल विभिन्न प्रजातियों के 15 लाख पौधों के रोपण का लक्ष्य निश्चित किया गया है। पौधरोपण वन विभाग द्वारा विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वनों का सरंक्षण समय की आवश्यकता है और प्रत्येक व्यक्ति को न केवल पौधरोपण जैसे पुनीत कार्य को करने के लिये आगे आना चाहिए, बल्कि वनों की रक्षा भी करनी चाहिए। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि वन लगाने से अधिक महत्वपूर्ण है जंगलों को बचाना। स्थानीय लोगों के सहयोग से वनों को कटने व आगजनी जैसी घटनाओं से सुरक्षित रखा जा सकता है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला रेडक्रॉस सोसायटी जिला के सभी उपमण्डलों में हरियाली उत्सवों का आयोजन करके पौधरोपण में सामाजिक भागीदारी को सुनिश्चित बनाने का कार्य कर रही है। प्रत्येक उपमण्डल में हरियाली उत्सव के दौरान कम से कम 1000 पौधों का रोपण किया जाएगा। उन्होंने पंचायती राज संस्थानों, स्वयं सेवी संस्थाओं, महिला व युवक मण्डलों तथा स्वयं सहायता समूहों सहित समाज के प्रत्येक व्यक्ति से अपील की है कि अपने-अपने स्तर पर भी पौधरोपण के कार्य के लिये आगे आएं और पौधे प्राप्त करने के लिये वन विभाग से संपर्क करें।
मुख्य अरण्यपाल अनिल जोशी ने कहा कि वन विभाग जिला में इस वर्ष 1850 हैक्टेयर भूमि पर पौधरोपण का कार्य कर रहा है। इसमें पार्वती वन मण्डल के तहत 570 हैक्टेयर, कुल्लू के तहत 64 हेक्टेयर, सिराज के तहत 317 हेक्टेयर व लाहौल रेंज के अंतर्गत 300 हैक्टेयर भूमि को वनों के अधीन लाया जाएगा। अनेक जगहों पर पहले ही यह कार्य शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि कुल 15 लाख पौधों में 2 लाख लंबी प्रजाति के पेड़ लगाए जाएंगे।