सुरभि न्यूज़
शि मला
शैमराॅक रोजेज स्कूल कच्चीघाटी शिमला स्कूल के परिसर में जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। स्कूली बच्चों ने राधा-श्रीकृष्ण के वस्त्र धारण कर कार्यक्रम प्रस्तूत किए। बच्चों ने राधा-कष्ण, बलराम, सुदामा, यशोदा व रूकमणी का अभिनय कर मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तूत किए।
शैमराॅक रोजेज स्कूल की प्रधानाचार्य प्रीति चुदरानी ने बच्चों को जन्माष्टमी पर्व के बारें में बताया कि यह पर्व श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप् में मनाया जाता है। जन्माष्टमी पर्व को रक्षाबंधन के बाद भाद्रपद माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान श्री कृष्ण की माता देवकी और वासुदेव के आठवें पुत्र माने जाते हैं भगवान श्री कृष्ण का जन्म राजा कंस की कालकोठरी में हुआ था।
संपूर्ण भारत में भगवान श्री कृष्ण को सदियों पूजा जाता है। जन्माष्टमी के दिन लोग अधिकांश रात बारह बजे तक उपवास रखते है। श्रद्धालु श्रीकृष्ण की मूर्ति को एक डोली में सजाकर झूलाया जाता है और रात बारह बजे तक श्रद्धालु भजन कीर्तन करते है उसके बाद भोग लगाया जाता है लोग प्रसाद ग्रहण करके उपवास तोड़ते हैं।
जन्माष्टमी के मौके पर कई जगह में दही हांडी का आयोजन भी किया जाता है जिस पर लोग एक के ऊपर एक चढ़कर ऊंची जगह पर लटकायी गई दही हंडी को तोड़ा जाता है वही मंदिरों में तरह-तरह की झांकियां बनाई जाती है। जन्माष्टमी हिंदू धर्म का एक मंगल पर्व माना जाता है। आयोजन में स्कूल के अध्यापकगण व अभिभावकोँ ने भी भाग लिया।