छोटा भंगाल में केसर उत्पादन की उन्नत कृषि प्रौधोगिकी पर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का किया आयोजन

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सुरभि न्यूज़

खुशी राम ठाकुर, बरोट

छोटा भंगाल में सीएसआईआर  हिमालय जयक्सम्पदा प्रौधोगिकी संस्थान पालमपु के वैज्ञानिक की टीम एवं कृषि विभाग हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा जिला कांगड़ा की दुर्गम बड़ा ग्रां पंचायत के किसानो के लिए केसर उत्पादन की उन्नत कृषि प्रौधोगिकी पर एक दिवसीय प्रशिक्षण
शिविर का आयोजन किया गया।

इस प्रशिक्षण शिविर में उपमंडल बैजनाथ के विधायक मुल्ख राज प्रेमी, बैजनाथ भाजपा के अध्यक्ष भीखम कपूर व महिला मंडल नलहौता की प्रधान रमिता ठाकुर वैशेष रूप से उपस्थित रहे।

इस दौरान राजगुंधा, बड़ा ग्रां, नलहौता, रूलिंग, कोठी कोहड़, मुल्थान, लोआई सहित आसपास क्षेत्रों के लगभग 40 किसानों ने भाग लिया।

इस दौरान विधायक मुल्ख राज प्रेमी द्वारा विभाग की ओर से किसानों को केसर का बीज व सब्जियों मूली, पालक तथा धनिया वितरित किया गया।

इस अवसर पर बैजनाथ क्षेत्र के विषयवाद विशेषज्ञ अधिकारी डाक्टर रेनू शर्मा एवं कृषि प्रसार अधिकारी मुल्थान हरी सिंह चौहान, सतीश जम्बाल, जैव नियंत्रण प्रयोगशाला सी डाक्टर अंजू शर्मा व डाक्टर रिचा मिश्रा द्वारा किसानों को केसर की खेती जैव नियंत्रण द्वारा करने के गुण बताए। ट्रीचओड्रमा ब्यूवेरिया तथा मक्की के ट्रेप्स भी वितरित किए।

सीएसआईआर-आईएचबीटी संस्थान के मुख्य वैज्ञानिक डाक्टर राकेश कुमार ने केसर की खेती की उन्नत कृषि प्रौधोगिकी विषय पर व्यख्यान किया।

कृषि उपनिदेशक जिला कांगड़ा के डाक्टर राहुल कटोच ने बताया कि कृषि विभाग एसआईआर-आईएचबीटी, पालमपुर के साथ मिलकर केसर की खेती के पायलट प्रोजेक्ट पर काम करना है।

जिसका उद्देश्य कशमीर के अलावा अन्य क्षेत्रों में खेती करना है जो भारत को केसर के उत्पादन में आत्म निर्भर बनाने की दिशा में एक सार्थक पहल होगी।

किसानों द्वारा इस कार्यक्रम का विभाग की काफी सराहना करते हुए भविष्य में इस प्रकार के कार्यक्रम करवाने का  अनुरोध भी किया।

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