सुरभि न्यूज़
खुशी राम ठाकुर, बरोट
चौहार घाटी के सबसे ऊंचा व दुर्गम गाँव रूलिंग में एक गरीब किसान भाटकू राम के घर जन्मे सोहन सिंह बरोटिया लोक गायक कलाकार, गीतकार तथा संगीत की दुनिया में खूब नाम कमा रहे है।
उभरते हुए हुए गायक, गीतकार व संगीतकार सोहन सिंह बरोटिया ने बताया कि उन्हें बचपन से ही गायकी का शौक रहा है। गायकी का शौक पूरा करने के लिए गत कई वर्षों से प्रयासरत है। कई लोगों से सहयोग के लिए सम्पर्क करते रहे मगर उन्हें मात्र निराशा ही हाथ लगती रही।
सोहन सिंह बरोटिया ने बताया कि उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी मंजिल पाने के लिए संघर्ष करते रहे। जब उनका किसी ने सहयोग नहीं दिया तो उन्होंने अपने प्रयास से एक रिकोर्डिंग स्टूडियो को खोलने की ठानी।
उन्होंने जोगिन्द्र नगर के कश गाँव में जय शनिदेव के नाम से एक स्टूडियो को स्थापित किया और उन्होंने अपने लिखे पहाड़ी गीतों को स्टूडियो में डिज़िटल रिकोर्डिंग कर अपने यू ट्यूव चैलन सोहन सिंह बरोटिया में डालना शुरू किए।
प्रदेश तथा देशभर में सोहन सिंह बरोटिया के गाए स्थानीय व कुल्ल्बी भाषा में गीतों को श्रोताओं तथा दर्शकों पसंद करने लगे। आज के समय में लोक गायक सोहन सिंह बरोटिया किसी पहचान के मोहताज नहीं है।
उनके गाये लोक गीत जब डीजे मे बजते हैं तो कोई भी अपने आप को नाचने से रोक नहीं पाते हैं। यही नहीं सोहन सिंह बरोटिया के स्टूडियो में प्रदेश के जाने माने लोक गायक अपने गानों की रिकोर्ड कर रहे हैं।