सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू
किसी भी काल की दशा और दिशा का विवरण उस काल में रचे गए साहित्य, कला एवं संस्कृति से ज्ञात होता है कि उस काल की परंपराएं और परिस्थितियां तत्कालीन देश, काल के साथ जनमानस के लिए हितकारी थी अथवा दमनकारी।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता इंदु पटियाल ने पत्रकारों को एक औपरिचारिक भेंट में जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रोफेसर धूमल जी के कार्यकाल में साहित्य, कला व संस्कृति के लिए बेहतर प्रोत्साहन दिया।
लेखकों, कवियों एवं साहित्यकारों को उचित सम्मान और अनुकूल माहौल मिला किंतु जयराम ठाकुर का कार्यकाल साहित्य, कला एवं संस्कृति के संरक्षण, संबर्धन में नाकाम रहा।
बल्कि कुल्लू से लेखक सदन छिना गया और हैरिटेज शिमला बुक कैफे को अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने हेतु ठेकेदारों को सौंपा गया। उसपर लेखकों, साहित्यकारों के लिखित व मौखिक विरोध को नजरंदाज किया।
आज शिमला नगर निगम चुनावों में कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह ठाकुर ने अपने घोषणा पत्र में साहित्य, कला एवं संस्कृति को बड़ावा देने का संकल्प लिया है।
प्रतिवर्ष शिमला में बुक फेयर का आयोजन करने का ऐलान किया है। इस आश्वासन से हिमाचल प्रदेश के साहित्य समाज में हर्ष का संचार हुआ है और भविष्य के लिए नई उम्मीद जगी है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह ठाकुर के प्रगतिशील नेतृत्व में हिमाचली कलम के सिपाहियों को उत्कृष्ट प्रोत्साहन और सम्मान मिलेगा। पहली बार किसी सरकार ने लेखकों की मांग को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया है, जिसके लिए समस्त लेखक समाज ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का आभार व्यक्त किया है।