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सुरभि न्यूज़ ब्यूरो 

मुल्थान / छोटा भंगाल 

माननीय उपायुक्त महोदय कांगड़ा स्थित धर्मशाला डा0 निपुण जिंदल जी व उपमण्डलाधिकारी (ना0) बैजनाथ श्री देवी चन्द ठाकुर जी के निर्देशानुसार दिनांक 06/07/2023 वीरवार सुबह 618 बजे तहसीलदार मुलथान श्री पूर्ण चन्द कौंडल जी की अगुवाई में एक चौदह सदस्य दल पलाचक से बड़ा भंगाल जाने वाले रास्ते के बहाल करवाने हेतु हो रहे कार्य का निरीक्षण करने व भेड़ पालकों तथा स्थानीय लोगों की समस्याओं को सुनने व उनका हल करने हेतु रवाना हुआ। चौदह सदस्य दल में राजस्व विभाग से  तहसीलदार मुलथान श्री पी0 सी0 कौंडल, गिरदावर कानूनगो भंगाल श्री विशन दास, पटवारी हल्का कोहड़ श्री नरेन्द्र कुमार, JOA(IT)  कार्यालय तहसील मुलथान श्री संजय कुमार व राजस्व चौकीदार श्री जितेंद्र कुमार स्थानीय उप प्रधान श्री राज कुमार, पूर्व प्रधान श्री मंगत राम व कुमारी पवना देवी महासचिव हिमाचल घुमंतु पशुपालक महासभा श्री पंकज राणा तकनिकी सहायक ग्राम पंचायत बड़ाग्रां व चार सदस्य दल वनरक्षक सेंक्चुरी बड़ा भंगाल उपस्थित रहे।

लगभग 0900 बजे समस्त दल पलाचक में एक साथ पहुंचा व उपस्थित स्थानीय भेड़ पालकों से उनकी समस्याओं को जाना। स्थानीय निवासियों के अनुसार पिछले सप्ताह भेड़-बकरियों को बिना किसी परेशानी के खराब हुए रास्ते से आगे पनिहारटू नामक स्थान तक निकाला जा चुका है परंतु खराब हुए रास्ते से सामान व राशन के साथ घोड़ो को ले जाना असंभव है जिसके लिए तहसीलदार पी0 सी0 कौंडल की अगुवाई में समस्त दल ने स्थानीय लोगों को साथ लेकर पलाचक से झौडी तक खराब हुए रास्ते का मौका करने का निर्णय लिया। पलाचक से एक घंटा पैदल चलने के बाद जमोठू गोठ नामक स्थान पर स्थानीय भेड़ पालक व निरीक्षण दल पहंचा जहां नदी पर पहला अस्थाई पुल बन चुका था जिसका निरीक्षण किया गया जिस बारे स्थानीय लोगों ने राय दी कि घोड़ों के जाने बारे पुल ठीक है लेकिन नदी पर झौडी में स्थित दूसरा लकड़ी का अस्थाई पुल अभी निर्मित नही हुआ है जिस कारण अभी भी राशन व अन्य सामान बड़ा भंगाल की तरफ नहीं पहुंचाया जा सकता। लिहाज़ा तहसीलदार  पी0 सी0 कौंडल ने रास्ते की खराब स्थिति व ऊहल नदी के लगातार बढ़ रहे जल स्तर व लगातार हो रही वारिश को देखते हुए स्थानीय भेड़ पालकों को जान जोखिम में डालकर फिलहाल इस रास्ते के बहाल हो जाने तक व दूसरे अस्थाई पुल का निर्माण हो जाने तक न जाने की अपील की तथा साथ ही पुल का निर्माण कर रही स्थानीय पंचायत को निर्देश दिया कि अंदर दो दिन इस पुल का निर्माण करना सुनिश्चित करे।

स्थानीय लोगों ने तहसीलदार के माध्यम से उपायुक्त महोदय से गुज़ारिश की कि प्रशासन ने वर्ष 2018 में भू-स्खलन से रास्ता खराब हो जाने के बाद वैकल्पिक तौर पर जमोठू से झौडी तक इस रास्ते का निर्माण किया था जिसमें कि उस समय के हिसाब से अस्थाई लकड़ी के पुल (तरंगड़ी) का निर्माण अस्थाई विकल्प के तौर पर किया जाता रहा है जिसमें प्रशासन हर साल काफी व्यय करता है। लिहाज़ा अब स्थाई रूप से पुराने रास्ते को बहाल किया जाये ताकि प्रशासन का इस वैकल्पिक मार्ग व अस्थाई लकड़ी के पुलों का व्यय कम हो सके तथा साथ ही हर वर्ष की भांति स्थानीय भेड़ पालको व जनता को परेशान न होना पड़े। लोगों की समस्याओं को सुनते हुए तहसीलदार मुलथान ने पुराने मार्ग का समस्त दल के साथ मौका किया व पाया कि लगभग 500 से 600 मीटर रास्ते का पुन निर्माण किया जाना है जिस बारे संभावित खर्च व अन्य जानकारियां शीघ्र उपलब्ध करवाने वारे स्थानीय पंचायत के तकनिकी सहायक को निर्देश दिये गए। तहसीलदार मुलथान पी0सी0 कौंडल ने उपायुक्त महोदय के निर्देशानुसार लोगों की अन्य समस्याओं को भी सुना व आश्वासन दिया कि हर परेशानी में प्रशासन उनके साथ खड़ा है तथा किसी भी परेशानी की सूरत में समय रहते प्रशासन को सूचना देने की अपील की ताकि आपदा की स्थिति  में समय रहते आवश्यक पग उठाए जा सके।

 

 

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