सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू
हिमाचल प्रदेश के सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थानों के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्रों का चयन देश की नामी गिरामी कंपनियों में हुआ है। इस वक़्त मैकेनिकल इंजीनियरिंग का कोर्स प्रदेश के सात पॉलिटेक्निक संस्थानों में चल रहा है और इन प्रशिक्षुओं के चयन के लिए देश की नामी कंपनियां जैसे नॉर्मेट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ( 5.2 लाख प्रतिवर्ष), अल्ट्राटेक सीमेंट ( 4 लाख प्रतिवर्ष), आदित्या बिरला ग्रुप ( 3.3 लाख प्रति वर्ष), मंजू श्री टेचनोपेक ( 2.8 लाख प्रतिवर्ष), सुज़ुकी मोटर्स (2.7 लाख प्रति वर्ष ), आहरेस्टी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (1.92 लाख प्रतिवर्ष), इंडसफीनिक्ष (1.8 लाख प्रतिवर्ष), ल्यूमैक्स इंडस्ट्री (1.8 लाख प्रतिवर्ष ), आनंद ग्रुप ( 1.77 लाख प्रति वर्ष), जय भारत मारूति( 1.6 लाख प्रति वर्ष) इत्यादि ने हिमाचल का रुख़ किया है।
इनमे से अधिकतर कंपनियों ने ज़्यादातर मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों का ही चयन किया है। ट्रेनिंग और प्लेसमेंट अधिकारी अरविंद कटोच ने बताया की मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा प्रशिक्षुओं की माँग ज़्यादा होने की वजह से अधिकतर कंपनियों की प्लेसमेंट के लिए ज्वाइंट कैम्पस प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया जाता है जिसके तहत प्रदेश के सभी राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थान, जहाँ मैकेनिकल इंजीनियरिंग का कोर्स चल रहा है, के पात्र छात्रों को अपनी प्रतिभा और रूचि के अनुसार नौकरी पाने का मौका मिलता है।
उन्होने बताया की पिछले कुछ वर्षों से मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लगभग सभी पात्र प्रशिक्षुओं को संस्थान से ही रोज़गार मिल रहा है और इस बार भी प्रदेश के विभिन्न सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थानों के सभी पात्र और इच्छुक प्रशिक्षुओं को अच्छे पैकेज पर संस्थान से ही नौकरी मिलने की पूरी संभावना है।
उन्होने बताया की वर्तमान में भी मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा प्रशिक्षुओं के चयन के लिए मारुति सुज़ुकी (4.5 लाखप्रतिवर्ष) की जॉइंटप्लेसमेंट ड्राइव चली हुई है और बहुत जल्दी चयनित प्रशिक्षुओं की सूची आने की संभावना है। सभी प्रशिक्षुओं को मनचाही नौकरी मिले इसके लिए डिप्लोमा पूरण करने के बाद भी एक साल तक प्रशिक्षुओं को ज़्यादा पैकेज वाली प्लेसमेंट ड्राइव्स में बैठने का मौका दिया जाता है।
गौरतलब है की मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा प्रशिक्षुओं की डिमांड ऑटोमोबाइल सेक्टर, मैन्युफैक्चरिंग, रेफ्रिजरेशन, एयरकंडीशनिंग, पIवरजेनरेशन इत्यादि में ही नहीं अपितु लगभग हर एक एनटरडिसिप्लिनरी सेक्टर में पाई जाती है।
निजी क्षेत्र के अलावा सरकारी और अर्ध सरकारी क्षेत्र जैसे BARC, ISRO, DRDO, SAIL, NTPC, NHPC, Oil India, GAIL, SJVNL, SSC Junior Engineer, Indian railways इत्यादि में भी मैकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रशिक्षुओं को रोज़गार के बहुत अच्छे अवसर होते हैं।