जिला कुल्लू के सैंज बाढ़ प्रभावितों का एनएचपीसी पर फूटा गुस्सा, उपायुक्त को दिया शिकायत पत्र

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सुरभि न्यूज़ ब्यूरो
कुल्लू

जिला कुल्लू की सैंज घाटी के मुख्य बाजार में हुई तबाही के बाद बाढ़ प्रभावित लोगों गुस्सा एनएचपीसी प्रबंधन पर फूट पड़ा है।

सोमवार को इस संबंध में आशुतोष गर्ग को शिकायत पत्र देकर जांच करवाने की गुहार लगाई।
बाढ़ प्रभावितों का आरोप है कि रेड अलर्ट के बीच एनएचपीसी प्रबंधन ने परियोजना के बांध के गेट खोल दिए। जिससे नदी में भारी बाढ़ आ गई और सैंज बाजार पूरी तरह से तबाह हो गया।

प्रभावितों ने उपायुक्त से एनएचपीसी प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की। वहीं, उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने बाढ़ प्रभावितों को भरोसा दिलाया कि वह एसडीएम की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन करेंगे। जिसमें बिजली बोर्ड के अलावा सरकार के अन्य अधिकारी भी शामिल होंगे। जो इस मामले की पूरी जांच करने के बाद अपने रिपोर्ट देंगे। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो निश्चित तौर पर इस संदर्भ में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि एनएचपीसी प्रबंधन द्वारा पार्वती परियोजना चरण 3 के बांध के गेट उस समय खोले, जब पिन पार्वती नदी अपने पूरे उफान पर थी। परियोजना प्रबंधन द्वारा बांध से पानी छोड़े जाने के कारण सैंज में भारी तबाही मची, जिससे सैंज बाजार पूरी तरह तबाह हो गया।

गौरतलब है कि सैंज घाटी के सैंज बाजार के साथ-साथ रैला, बनोगी गोही, मनहम, गरशाला, वराहीन गांव के लोगों ने इस तबाही के लिए एनएचपीसी प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है।
उपायुक्त को दी शिकायत में महेंद्र पाल, हेमराज, प्रेमचंद, अनारकली, तीरथ राम, निर्मला देवी, रामलाल, ओम दत्त, अशोक कुमार, निर्मला देवी, शालिनी, नेस राम, जीवन लाल, भाग दासी, सुभाष चंद्र, गोविंद सिंह, खेमराज, ओम प्रकाश, यान सिंह ने बताया कि एनएचपीसी परियोजना प्रबंधन ने सिउंड नामक स्थान पर बने बांध से 8 जुलाई शाम तक पानी नहीं छोड़ा। जब नदी में पानी का प्रवाह बढ़ा तो परियोजना प्रबंधन ने एकदम बांध के गेट खोल दिए। जिस कारण सैंज नदी में बाढ़ की स्थिति बन गई। देखते ही देखते पैदल पुल के साथ-साथ मकान दुकानें और जमीन को बहाकर ले गई।
उन्होंने उपायुक्त को दिए शिकायत पत्र में परियोजना प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रभावितों को उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है।

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