देवभूमि में आपदा के दौरान कुछ लोगों ने वेशक कमाई के चकर में 50 रुपए चाय बेची हो, लेकिन यहां अच्छे व दयालु लोगों की भी कमी नहीं है। यहां के लोगों में इंसानियत के साथ-साथ सेवाभाव भी अंतरमन में भरा है। कहते हैं जो भोजन का दान करता है वह सबसे बड़ा दानी होता है। यह दान भी तब जब आपदा आई हो और जरूरतमंद अधिक हो तो इस तरह के दान का महत्व और भी बढ़ जाता है। इसी बात को चरितार्थ कर रहे हैं मणिकर्ण के सूरज ठाकुर। सूरज ठाकुर ने आजकल अपना सारा कार्य छोड़कर असहाय व जरूरतमंद लोगों को भोजन की व्यवस्था का जिम्मा उठाया है। मणिकर्ण से लेकर सुमा रोपा तक एक ऑटो में बैठकर सूरज ठाकुर जरूरतमंदों को भोजन परोसने का कार्य शुरू किया है। गौर रहे कि प्राकृतिक आपदा के कारण वहां कई लोग फंसे हुए हैं और आजकल व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए विभिन्न विभागों के लोग जुटे हुए हैं। मणिकर्ण के स्थानीय निवासी खुशी राम ने बताया कि सूरज ठाकुर नेक काम कर रहे हैं और आजकल सड़क, म
2023-07-20