चौहर घाटी में मनाया जाने वाला लोकंल पर्व शमधंणग कि अपनी है अलग अनूठी पहचान

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सुरभि न्यूज़ 

खुशी राम ठाकुर, बरोट

मंडी जिला की चौहार घाटी के गांवों में आजकल पावन सावन माह में देव आस्था से जुड़े (जातर) आयोजन बडे ही धुमधाम के साथ मनाये जा रहे है। गत दिन लपास पंचायत के रुलिंग गांव में शमधनग नामक लोकंल पर्व के चलते देव जातर का आयोजन किया गया। वहीं खलैहल पंचायत के झरवाड़ गांव में शनिवार को देव पशाकोट, माता फुगणी, माता लाहुली तथा माता सतवादनी की देव जातर का आयोजन किया जाएगा।

ग्राम सुधार सभा झरवाड़ के प्रधान भागमल ठाकुर का कहना है कि शनिवार की सुबह देवी-देवता के गुर डागी राम माता सतवादनी के प्रांगण में पूजा अर्चना (छोदा) करेगैं तथा देव पशाकोट व माता लाहुली के पुजारी भैरो सिंह व डागू राम माता फुंगणी के पुजारी डागी राम सहित गांव के पुरुष उपस्थित रहेगें।

लगभग 9 बजे सुबह देव पशाकोट के प्रांगण में देव खेल से इस शुभ आयोजन का आगाज होगा। उसके उपरांत माता फुंगणी, माता लाहुली, माता सतवादनी, देव पशाकोट तथा देव अजियापाल के थान ( स्थान ) में जाकर उनकी विधिवत् पुजा अर्चना की जाएगी।

जातर के दिन खेतीबाड़ी का कार्य पर पुरी तरह से पांबदी रहती है। दोपहर के बाद गांव के लोग तथा दुर-दुर से आए जातरु ( श्रद्धालु )  देव जातर के लिए बनाए गए भोजन का प्रसाद ग्रहण करेंगे।

इन गांववासियों का मानना है कि देव जातर के आयोजन से गांव में खुशहाली बनी रहती है। जातर कि यह प्रथा सदियों से चली आ रही है, पावन सावन माह में होने वाली देव जातर को लोग शमधंणग नामक जातर के नाम से भी जानते हैं।

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